रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गुरुवार को रायगढ़ के रामलीला मैदान में राष्ट्रीय रामायण महोत्सव का शुभारंभ किया। इसी दौरान उन्होंने कहा कि प्रभु श्रीराम को छत्तीसगढ़ से बहुत पूराना नाता है. साथ ही उन्होंने भगवान राम को भांजे होने के बारे में भी बताया। यही वजह है कि प्रदेश में भांजों के पैर छूने की परंपरा चली आ रही है. इसके बाद सीएम ने कहा कि छत्तीसगढ़ में आयोजित राष्ट्रीय रामायण महोत्सव से केवल प्रदेश के लोग ही नहीं बल्कि पूरे देश के लोग जुड़ रहे है. राष्ट्रीय रामायण महोत्सव गुरुवार को सोशल मीडिया पर छाया रहा. राष्ट्रीय रामायण महोत्सव अलग-अलग सोशल मीडिया के माध्यमों से No-1 पर ट्रेंड कर रहा है।
माता शबरी और कौशल्या का प्रदेश
सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि प्रभु राम ने अपने वनवास के दस साल छत्तीसगढ़ में बिताए है. उन्होंने कहा कि वनवास के समय श्रीराम ने कितनी समस्या झेली पर अपनी मर्यादा नहीं खोई. साथ ही कहा कि अपना प्रदेश माता शबरी और कौशल्या का भी प्रदेश है. यहां कई सालों से रह रहे वनवासियों और आदिवासियों का छत्तीसगढ़ है. इस प्रदेश का संबंध वनवासी श्रीराम के साथ ही कौशल्या के राम से भी है, इसी के चलते वे हमारे भांजे हैं और तभी प्रदेश के लोग भांजों के पैर आज के समय में भी छूते हैं।
कई राज्यों के रामायण दल शामिल
मिली जानकारी के मुताबिक रामायण के अरण्यकाण्ड पर रामायण दलों की प्रतियोगिता की शुरूआत हो गई है. इसके साथ ही महोत्सव में नेशनल लेवल पर ख्याति प्राप्त कलाकार भजन संध्या में अपनी संगीतमय प्रस्तुति देंगे। आपकों बता दें कि इस राष्ट्रीय महोत्सव में केरल, ओडिशा, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, असम, झारखण्ड, गोवा, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के रामायण दल शामिल हो रहे हैं. हिंदी के प्रख्यात कवि कुमार विश्वास राष्ट्रीय रामायण महोत्सव के अंतिम दिन अपनी विशेष प्रस्तुति ‘अपने-अपने राम म्युजिक नाइट’ से प्रभु श्रीराम की महिमा का बखान करेंगे।