रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज झीरम कांड की बरसी पर जगदलपुर पहुंचे. दस साल पहले बस्तर जिले के झीरम घाटी में नक्सलियों ने बड़े हमले को अंजाम दिया था. जिनमें कांग्रेस नेता के मौत हुई थी. साथ ही कई जवान शहीद हुए थे. शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने के लिए सीएम भूपेश गुरुवार को जगदलपुर पहुंचे, यहां पर शहीदों की पत्नियों और परिजनों से मिलने के बाद वे भावुक हुए. इसके बाद उन्होंने कहा कि शहीदों के परिजन पूछ रहे है कि हम सबको न्याय कब मिलेगा?. नक्सली हमले में दो नक्सलियों का नाम एफआईआर में था. जहां न्यायालय के ऑर्डर पर उनकी संपत्ति कुर्क की गई. लेकिन प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद इन नक्सलियों के नाम हटा कर बचाया गया, इसके आगे सीएम ने पूछा कि आखिरकार किसके कहने पर ऐसा किया गया, इसकी जांच-पड़ताल जरूर होनी चाहिए।
षडयंत्र के पीछे किसका हाथ?
मुख्यमंत्री बघेल ने केंद्र की बीजेपी सरकार पर नक्सली गणपति और रमन्ना का एफआईआर से नाम हटाकर उन्हें बचाने का आरोप लगाया. कहा कि अगर वो पुलिस के गिरफ्त में आ जाते तो नक्सली हमले की सच्चाई सामने आती, जिससे पता चलता कि उस षडयंत्र के पीछे किसका हाथ है?. इसके आगे सीएम ने कहा कि केंद्र की सरकार इसकी जांच न तो खुद कर रही हैं और न तो हमें इसके बारे में कुछ बता रही है. वो बस षडयंत्रकारियों को बचाने के लिए कोशिश कर रही है. साथ ही उन्होंने ने कहा कि जब तक हमें न्याय नही मिलेगा, तब तक लड़ाई को बरकरार रखेंगे।
नक्सलवाद का डटकर मुकाबला करेंगे
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि कांग्रेस पार्टी के नेता और कार्याकर्ता शहीद परिवारों के साथ है. उन्होंने कहा कि प्रदेश को शांति का टापू बनाएंगे, इसके लिए सभी लोग मिलकर हर प्रकार के हिंसा और नक्सलवाद का डटकर मुकाबला करेंगे. बता दें कि इससे पहले सीएम भूपेश बघेल लाल बाग मैदान में बने झीरम मेमोरियल पहुंचे. इसके बाद उन्होंने झीरम नक्सली हमले में मारे गए और शहीदों को नमन कर विनम्र श्रद्धांजलि दी है. CM ने कहा कि 25 मई 2013 को झीरम घाटी में हुए नक्सल हमले में शहीद हमारे नेताओं और सुरक्षाबलों की शहादत को हम सबका प्रणाम. आगे कहा कि आज पूरा प्रदेश के लोग झीरम श्रद्धांजलि दिवस मना रहा है, हम सब मिलकर छत्तीसगढ़ को शांति का टापू बनाने की शपथ को फिर दोहराते हैं।