रायपुर : छत्तीसगढ़ के बस्तर के बनियागांव के लोगों ने देश के वीर सपूत श्रवण कश्यप की मूर्ति लगाई है। जिन्होंने भारत मां की सेवा करते हुए नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब देते हुए अपने प्राण गवा दिए थे। श्रवण कश्यप साल 2021 के अप्रैल महीने में एक नक्सल आपरेशन के दौरान शहीद हो गए थे। वे STF में प्रधान आरक्षक के पद पर तैनात थे। 9 मई को दिल्ली में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने श्रवण कश्यप की पत्नी को कीर्ति चक्र देकर सम्मानित किया।
लोग करते हैं पूजा
बस्तर के लोगों में बनियागांव के इस बहादुर जवान की बलिदानी जोश भरने का काम करती है। इस गांव के लोग बोलते हैं कि हमें श्रवण कश्यप पर गर्व है। यही वजह है कि यहां लोग श्रवण कश्यप की प्रतिमा की पूजा करते हैं। बीते सोमवार को श्रवण कश्यप की पत्नी दुतिका कश्यप सहित कई लोग पूजा में शामिल हुए और बलिदानी श्रवण कश्यप को नमन किया। परिजन बताते हैं कि बचपन से ही देश सेवा का सपना देखने वाले बलिदानी श्रवण कश्यप अनुशासन प्रिय थे। आज भी उनके शिक्षक उन्हें एक अच्छे छात्र के रूप में याद करते हैं। जगदलपुर जिला मुख्यालय से करीब 25 किलोमीटर दूर बनियागांव उनका पैतृक गांव है। जहां बलिदान होने के सम्मान में उनकी मूर्ति लगाई गई है। बस्तर अंचल के युवा उनके बलिदान से देश सेवा की प्रेरणा ले रहे हैं। बनियागांव के बाहर ही प्राथमिक स्कूल है, जहां से श्रवण ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई पूरी की। इस स्कूल के शिक्षक हतिमराम बागरे ने श्रवण के बारे में कहा कि वे बचपन में भी काफी अनुशासन प्रिय थे।