रायपुर। छत्तीसगढ़ में लगातार जारी ED की कार्रवाई को लेकर सोमवार को सीएम भूपेश बघेल का गुस्सा फूट पड़ा। उन्होंने ईडी अफसरों पर प्रताड़ना का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय के अफसर कार्यालय में बुलाकर मारपीट और गलत व्यवहार कर रहे हैं. यह बात वह कुछ दिनों से लगातार कहते आ रहे हैं, धमकी दी जा रही है. इसके साथ उन्होंने कहा कि परिजनों को झूठे केस में फंसाया जा रहा है. इसके बाद कार्रवाई कर लोगों को जेल भेजी जा रही है. पहले से लिखे पत्र पर लोगो को डराकर जबरदस्ती हस्ताक्षर कराए जा रहे हैं. इसके बाद सीएम भूपेश ने कहा कि लोगो पर जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं, सब के सब मिथ्यावाद हैं।
झूठा केस कर फंसाने की धमकी
रिपोर्ट के अनुसार राजधानी रायपुर में मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि ED के अधिकारी नियम के खिलाफ महिलाओं से भी रात-रात भर पूछताछ कर रहे हैं. इतना ही नहीं ईडी के अफसर महिलाओं को खाना भी नहीं दे रहे हैं. अगर कभी खाना देते हैं तो पीने के लिए पानी नहीं देते। पूछताछ करने के लिए सोने नहीं देते है. इस तरह से लोगों को प्रताड़ित कर जबरदस्ती अपने लेटर पर साइन करा लेते है. उन्होंने बताया कि हस्ताक्षर करने वाले नोट पर सबकुछ पहले से लिखा होता है, केवल उस पर साइन करना होता है. अगर उस पर साइन करने से मना करे तो जेल भेजने की धमकी दी जाती है. परिवार को प्रताड़ित कर झूठा केस कर फंसाने की धमकी दी जाती है।
तीन साल से IT और ED
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बताया कि कोयला घोटाले में 05 हजार करोड़ का आरोप लगाया लेकिन तीन साल की समय बीत जाने के बाद भी कुछ बता नहीं पाए. अब 02 हजार करोड़ का बोल रहे हैं, लेकिन अभी तक कोई चल- अचल संपत्ति जब्त नहीं की गई है. अगर ऐसा किया गया है, तो अभी तक बताया ही नहीं गया कि कितनी की गई. पिछले 03 साल से IT और ED लगी हुई है।