लखनऊ। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हमले के बाद केंद्र सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाने का फैसला लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट बैठक की गई। सुरक्षा मामलों की समिति (CCS) की बैठक में पाकिस्तान से जुड़ी […]
लखनऊ। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हमले के बाद केंद्र सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाने का फैसला लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट बैठक की गई। सुरक्षा मामलों की समिति (CCS) की बैठक में पाकिस्तान से जुड़ी कई नीतियों पर पुनर्विचार किया गया।
इसे तत्काल प्रभाव से बड़े फैसले लागू किए गए। बैठक के बाद जो फैसले सामने आए, उनमें सबसे अहम है पाकिस्तानी नागरिकों को वीजा जारी करने पर रोक। इसके साथ ही भारत सरकार ने दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (SAARC) के तहत लागू वीजा छूट योजना (SVES) को भी बंद कर दिया है। इस फैसले के तहत SVES वीजा पर भारत में मौजूद पाकिस्तानियों को 48 घंटे के भीतर देश छोड़ने का निर्देश दिया गया है, जबकि अन्य पाकिस्तानी वीजाधारकों को 1 मई तक वापस लौटने को कहा गया है।
इन फैसलों के बाद अब सबसे ज्यादा चर्चा का विषय बनी हैं सीमा हैदर, जो पाकिस्तान से अवैध रूप से भारत आई थीं। सीमा हैदर पाकिस्तान की रहने वाली हैं और वे नेपाल के रास्ते भारत पहुंचीं थीं। उन्होंने पहले टूरिस्ट वीजा पर शारजाह से नेपाल की यात्रा की, फिर काठमांडू से दिल्ली आने वाली बस में सवार होकर भारत आ गईं। भारत पहुंचकर उन्होंने भारतीय नागरिक सचिन मीणा से शादी कर ली। इस घटना के बाद से उनकी कहानी मीडिया और सोशल मीडिया पर लगातार चर्चा में बनी हुई है।
अब जब भारत सरकार ने पाकिस्तानियों के वीजा पर रोक लगा दी है और SVES योजना को भी समाप्त कर दिया है, तो सवाल उठता है कि क्या सीमा हैदर को अपने चार बच्चों के साथ पाकिस्तान लौटना पड़ेगा? यहां यह ध्यान देना आवश्यक है कि सीमा हैदर न तो वैध वीजा के तहत भारत आई थीं, न ही उनके पास पासपोर्ट था। वे अवैध तरीके से नेपाल के रास्ते भारत में प्रवेश कर गई थीं। इस कारण उनका मामला कानूनी दृष्टि से जटिल है और यह फिलहाल कोर्ट में लंबित है।