रायपुर। छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में पत्रकार मुकेश चंद्राकर की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आई है, जो सभी को चौका रही है। मुकेश चंद्राकर की हत्या को शातिर तरीके से अंजाम दिया गया है। पत्रकार की हत्या कर उसकी लाश को ठेकेदार सुरेश चंद्राकर ने सेप्टिंक टैंक में डाल दिया था। मुकेश की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला कि उसका लिवर 4 टुकड़ों में बंट गया।
हाथ के साथ पसली टूटी मिली
चार पसलियां और कॉलोर बोन भी बुरी तरह से टूट थे। इसके अलावा हाथ की हड्डी 2 टुकड़ों में थी, हार्ट पूरी तरह से फट गया था और सिर पर गहरी चोट थी। इस बीच पत्रकार की हत्या के मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर को खास जांच दल (एसआईटी) ने हैदराबाद से हिरासत में लिया। पुलिस अधिकारियों ने सोमवार मामले की जानकारी साझा की। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आरोपी सुरेश चंद्राकर पत्रकार मुकेश चंद्राकर की हत्या के बाद फरार है।
एसआईटी ने सुरेश को गिरफ्तार किया
उन्होंने बताया कि मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी ने रविवार देर रात हैदराबाद से सुरेश को गिरफ्तार किया। अधिकारियों ने बताया कि इस मामले में सुरेश चंद्राकर के भाई रितेश चंद्राकर, दिनेश चंद्राकर और सुपरवाइजर महेंद्र रामटेके को पहले ही अरेस्ट कर लिया है। पुलिस के मुताबिक स्वतंत्र पत्रकार मुकेश चंद्राकर एक जनवरी को गायब थे तथा उनका शव 3 जनवरी को बीजापुर शहर के चट्टानपारा बस्ती में ठेकेदार सुरेश चंद्राकर की संपत्ति के सेप्टिक टैंक से मिला।
खबर प्रकाशन को बताया मौत की वजह
प्रदेश के डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने दावा किया था कि मुख्य आरोपी सुरेश चंद्राकर का कांग्रेस से संबंधित थे। हालांकि, कांग्रेस ने दावा किया कि सुरेश चंद्राकर हाल में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में हिस्सा बने थे। बीजापुर में सड़क निर्माण कार्य में हुए भ्रष्टाचार को उजागर करने वाली एक खबर 25 दिसंबर को प्रसारित हुई थी, जिसे मुकेश चंद्राकर की हत्या का मुख्य कारण बताया जा रहा है। यह निर्माण कार्य ठेकेदार सुरेश चंद्राकर से जुड़ा था।