रायपुर। डेंगू एक गंभीर वायरल संक्रमण है जो मच्छरों के काटने से फैलता है। मॉनसून के मौसम मच्छरों के काटने का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है। डेंगू में प्लेटलेट्स का घट जाना एक बड़ी समस्या है। यदि आप डेंगू के बुखार में इन 4 पत्तों का इस्तेमाल करते है तो आपका डेंगू का बुखार तेजी से कम होगा और यदि प्लेटलेट्स घट रही है तो उसमे तेजी से बढ़ोत्तरी भी होगी। आइए जानते है कौन से है ये 4 पत्ते
मेथी के पत्ते
डेंगू के बुखार में मेथी के पत्ते एक प्रभावी उपाय माना जाता है। मेथी के पत्तों में एंटीपायरेटिक और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाए जाते है। जो डेंगू के बुखार को कम करने और इम्युनिटी को बढ़ाने में मदद करते है। डेंगू में मेथी के कुछ पत्तों को 2 गिलास पानी में उबाले और जब यह पानी एक गिलास रह जाए तो इसे थोड़ा ठंडा करके छाने और पी लें।
नीम के पत्ते
नीम के पत्तो् में एंटी-पायरेटिक और एंटी- इंफ्लेमेटरी के गुण पाए जाते है जो प्लेटलेट्स को बढ़ाने में कारगर साबित होते है। इसके सेवन के लिए नीम के पत्तों को पानी में उबलाकर और छानकर पी लें। नीम के पत्तों में एंटी-माइक्रोबियल गुण होते है जो प्लेटलेट्स काउंट को तेजी से बढ़ाने में मददगार साबित होते है।
तुलसी के पत्ते
तुलसी के पत्तों का उपयोग डेंगू के बुखार में काफी प्रभावी होता है। तुलसी के पत्तों में एंटीमाइक्रोबॉयल गुणों की प्रचुर मात्रा पाई जाती है। जिससे डेंगू के बुखार में कही हद तक राहत मिलती है। इससे इम्युनिटी भी मजबूत होती है। ज्यादातर लोग तुलसी के पत्तों का इस्तेमाल काढ़ा बनाने में उपयोग करते है, तो वहीं तुलसी के पत्तें इम्युनिटी बूस्टर की तरह भी काम करते है।
पपीते के पत्ते
पपीते के पत्ते को एक कारगर और प्राकृतिक उपाय माना जाता है। पपीते के पत्तों में मौजूद विशेष गुण डेंगू के संक्रमण को कम करने में मदद करते है और प्लेटलेट्स काउंट को तेजी से बढ़ाने का काम करते है। पपीते के पत्ते में पाए जाने वाले गुण डेंगू के बुखार को कम करने में भी मदद करते है।