रायपुर: शनि देव कर्मफल के देवता माने जाते हैं। उनकी पूजा से व्यक्ति के बुरे कर्मों का प्रभाव कम हो सकता है। शनि की कृपा से जीवन में स्थिरता आती है और परेशानियाँ कम होती हैं। परंतु शनि भगवान की अराधना करने के लिए कुछ विधि-विधान बनाए गए हैं, जिनका पालन करने से शनि भगवान की अति कृपा होती है। आइए जानते हैं कुछ ऐसे दिव्य उपायों के बारे में..
ये हैं कुछ प्रमुख उपाय
- शनिवार का व्रत: शनिवार को व्रत रखें और काले तिल, उड़द, तेल या सरसों का दान करें।
- शनि मंत्र का जाप: “ॐ शं शनैश्चराय नमः” मंत्र का या फिर नीलांजना समाभासं रविपुत्रम यमराजन, छाया मार्तंड संभुतम, तम नमामि शनैश्चरम का जाप करें।
- नीलम धारण करना: शनि की शांति के लिए नीलम रत्न धारण करें।
- शनि देव की पूजा: शनिवार को शनिदेव की मूर्ति या तस्वीर की पूजा करें। काले पुष्प, तेल, काला तिल अर्पित करें।
- हनुमान चालीसा का पाठ: शनि दोष निवारण के लिए हनुमान चाली का पाठ करें।
- पीपल के वृक्ष की पूजा: शनिवार को पीपल के वृक्ष की परिक्रमा करें और जल चढ़ाएं।
- काले वस्त्र धारण करना: शनिवार को काले रंग के वस्त्र पहनें।
- शनि स्तोत्र का पाठ: शनि स्तोत्र का नियमित पाठ करें।
- दान: लोहे की वस्तुएं, काला चना, तेल, या कंबल का दान करें।
- शनि शांति पूजा: किसी अनुभवी पंडित से शनि शांति पूजा करवाएं।
शनि भगवान की पूजा विधि
- स्नान करके शुद्ध वस्त्र पहनें।
- शनि देव की प्रतिमा या तस्वीर के सामने बैठें।
- काले तिल, तेल या सरसों का तेल चढ़ाएं।
- काले पुष्प, नीलम रत्न या लोहे की वस्तु अर्पित करें।
- शनि मंत्र का जाप करें: “ॐ शं शनैश्चराय नमः”
- शनि चालीसा या शनि स्तोत्र का पाठ करें।
- काले रंग के वस्त्र या उड़द की दाल दान करें।
- शनिवार को व्रत रखना भी लाभदायक माना जाता है।
इन बाधाओं को करें शनि की पूजा से दूर
कन्या विवाह -यदि आपको परिवार में किसी कन्या के विवाह की देरी को लेकर चिंता है तो बेसन की एक मोटी रोटी बनाकर हस्पतिवार को उसपर शुद्ध देशी घी से चुपडकर उस पर थोडा गुड रखें और भूरे रंग की गाय को खिला दें। इसके अलावा इस दिन केले के वृक्ष की पूजा करने से काफी लाभ मिलेगा। विवाह में हो रही देरी की समस्या दूर होगी और अच्छे घर और अच्छे वर से रिश्ता तय होगा।
दांपत्य में आएगी मिठास- पति पत्नी के बीच अगर मनमुटाव है तो बृहस्पतिवार को 20 ग्राम बेसन के लड़डू, आटे के दो पेडे, तीन केले लेकर ऐसी गाय को खिलाएं जिसका बछडा न हो। वहां ऐसी गाय मिल जाएगी,जो लोग गायें पालते हैं। 7 बृहस्पतिवार ऐसा करें, दाम्प्तय हंसी खुशी से भर जाएगा