रायपुर। राज्य सरकार ने बलौदाबाजार उपद्रव(Baloda Bazar violence) की जांच के लिए न्यायिक जांच आयोग का गठन कर दिया है। उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश सीबी बाजपेयी को एक सदस्यीय आयोग का अध्यक्ष बनाया गया है। आयोग 6 बिंदुओं पर जांच कर 3 माह के भीतर राज्य शासन को रिपोर्ट सौपेंगा। आयोग जांच के दौरान तकनीकी विषय व बिंदुओं पर किसी संस्था या विशेषज्ञ की सहायता ले सकता है।
गृह मंत्री ने की न्यायिक जांच की घोषणा
15 मई की देर रात को बलौदाबाजार जिले के गिरौधपुरी धाम के ग्राम महकोनी स्थित अमर गुफा में जैतखंभ को कुछ अज्ञात आरोपियों द्वारा क्षतिग्रस्त कर दिया गया। जिसके कारण सतनामी समुदाय के लोगों ने हिंसक प्रदर्शन किए। बलौदा बाजार हिंसक घटना होने पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के निर्देश पर गृह मंत्री विजय शर्मा ने न्यायिक जांच कराए जाने की घोषणा की थी। न्यायिक जांच आयोग इन बिंदुओं पर करेगा न्यायिक जांच। 16 मई की रात हुई बलौदा बाजार हिसंक घटना कैसे घटित हुई, वह कौन सी ऐसी परिस्थितिया थी जिसके कारण यह हिसंक घटना घटी, इस हिंसक घटना के लिए कौन-कौन से लोग जिम्मेदार हैं,भविष्य में इस तरह की हिसंक घटना दोबार न हो, इसके लिए कौन से उपाय व सुझाव काम आएंगे? जैसे बिंदुओं पर जांच करेगा।
जांच के बाद 7 दिन में सौंपी जाएगी रिपोर्ट
कांग्रेस के बाद अब भाजपा ने भी बलौदाबाजार हिंसा मामले में जांच कमेटी गठित कर दी है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव ने समिति का गठन किया है। जिसमें कैबिनेट मंत्री दयाल दास बघेल के नेतृत्व में 5 सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। मंत्री दयालदास बघेल को संयोजक बनाया गया है। बलौदाबाजार विधायक और मंत्री टंकराम वर्मा, अनुसूचित जाति मोर्चा के अध्यक्ष नवीन मार्कंडेय, प्रदेश उपाध्यक्ष शिवरतन शर्मा और पूर्व विधायक रंजना साहू समिति के सदस्य हैं। सभी तथ्यों की जांच के बाद समिति 7 दिनों में रिपोर्ट देगी।