रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार के मंत्रियों को भारतीय प्रबंध संस्थान (IIM) में गुड गवर्नेंस का प्रशिक्षण मिलेगा। विष्णुदेव मंत्रिमंडल के 11 में से 6 सदस्य पहली बार मंत्री बने हैं। अनुभवी मंत्रियों के नाम पर केवल सीएम विष्णुदेव साय के अतिरिक्त बृजमोहन अग्रवाल, राम विचार नेताम, दयाल दास बघेल, केदार कश्यप ही हैं। ऐसे में नये सदस्यों के लिए कामकाज की सुविधा के दृष्टिकोण से यह कार्यक्रम रखा जा रहा है। 31 मई को यह कार्यक्रम रखा गया है।
मैनेजमेंट के सिखाये जाएगे गुर
जानकारी के अनुसार, इस विशेष प्रशिक्षण सत्र में मंत्रियों को मैनेजमेंट के गुर, ग्रामीण विकास, गुड गवर्नेंस की बारीकियां सिखाई जाएंगी। योजनाओं को आम आदमी तक पहुंचाने के साथ ही जनता से किस प्रकार उसका फीडबैक लिया जाए, ऐसे कई विषयों पर मंत्रियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। कौशल विकास में दक्षता को लेकर मंत्रियों के साथ प्राध्यापकों की चर्चा होगी। छत्तीसगढ़ सरकार के सूत्रों का कहना है कि मंत्रियों के प्रशिक्षण के बाद सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में काफी सहायता मिलेगी। राज्य सरकार ने विकसित भारत-विकसित छत्तीसगढ़ के तहत विजन डाक्यूमेंट- 2047 के तहत विभागों से प्रस्ताव आमंत्रित किया है।
स्टीयरिंग कमेटी की बैठक भी हो चुकी है। अभी इसे मंत्रिमंडल के सामने प्रस्तुत नहीं किया गया है। जनहित के ऐसे प्रस्तावों को योजना में परिवर्तित करने के साथ ही किस तरह प्रभावी क्रियान्वयन किया जाएगा, प्रशिक्षण में इसका अनुभव भी मिलेगा। विभागों में आइटी का उपयोग बढ़ाएंगे सरकारी विभागों में आइटी व नवाचार का उपयोग बढ़ाते हुए इसे जन उपयोगी बनाने की दिशा में भी IIM रायपुर के अधिकारियों से बात की जाएगी। विष्णुदेव सरकार ने पहले ही साफ कर दिया है कि विभागों में आइटी का उपयोग बढ़ाया जाएगा। पारदर्शिता बढ़ाने के साथ ही समय की बचत होगी। राज्य सरकार की ओर से मंत्रियों के प्रशिक्षण का कार्यक्रम रखा जा रहा है। आइआइएम में एक दिवसीय शिविर के माध्यम से मंत्रीगण मैनेजमेंट की बारीकियां सीखेंगे। – लखन लाल देवांगन उद्योग मंत्री