रायपुर: भारत में हर रोज किसी न किसी पर्व-त्यौहार को मनाया जाता है। ऐसे में आज शुक्रवार 10 मई को देश भर में अक्षय तृतीया का पर्व मनाया जा रहा है। सबसे अहम बात है कि मान्यताओं के अनुसार आज के दिन छत्तीसगढ़ में लोग गुड्डा गुड़िया की शादी करवाते है। बता दें कि सनातन धर्म में हर पर्व त्योहार का अपना एक अलग विशेष महत्व है. उन्हीं में से एक है अक्षय तृतीया, जो आज मनाया जा रहा है।
बच्चों को देते है संस्कारों का ज्ञान
छत्तीसगढ़ में अक्षय तृतीया पर गुड्डा-गुड़िया की शादी करने की वर्षो पुरानी परंपरा है. बता दें कि प्रदेश में अक्षय तृतीया को लोग ‘अक्ती’ के नाम से जानते है. प्रदेश में लोग अक्ती पर्व की तैयारियां महीनों पहले से शुरू कर देते है. ऐसे में जिस फैमली में विवाह लायक युवक-युवती होते हैं, उनका विवाह प्राय: अक्षय तृतीया के दिन करवाया जाता है. ऐसे में यदि युवक-युवतियों का विवाह नहीं हो पता है तो उस फैमली में गुड्डा-गुड़ियां का विवाह रचाकर खुशियां मनाते हैं.
आमापारा बाजार में समानों की सजावट
अक्षय तृतीया के दिन बच्चों की खुशियों में परिवार के सभी लोग शामिल होते हैं. पुतला-पुतली का नकली शादी रचा कर बच्चों को छत्तीसगढ़ी संस्कृति की जानकारी दी जाती है ताकि इससे बच्चे जब बड़े और परिपक्व हो तो उन्हें पहले से संस्कारों के बारे में ज्ञान हो. इन संस्कारों में लोग तालाब से चुलमाटी लाने की रस्म करते है। इस तिथि पर कई लोग आने बच्चों को सभी रस्मों के बारे में बताते है. इस दौरान अक्षय तृतीया यानी आज के दिन राजधानी रायपुर का आमापारा बाजार रस्मों के सामानों से सजा हुआ है.