रायपुर: अक्षय तृतीया का त्यौहार वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है. (Akshay Tritiya) इस साल कल यानी शुक्रवार 10 मई को इस पर्व को मनाया जाएगा। इस तिथि पर सुबह स्नान और दान करने का विशेष महत्व माना जाता है. शास्त्रों के अनुसार इस तिथि को ईश्वरीय तिथि बताया जाता है. ग्रंथो के मुताबिक इस दिन किए गए पुण्य कर्मों का अक्षय फल मिलता है. इस दिन ही देश भर में भगवान विष्णु के एक अवतार भगवान परशुराम की जयंती भी मनाई जाती है.
ज्योतिष के मुताबिक
इस तिथि को लेकर ज्योतिष का मानना है कि अक्षय तृतीया के दिन कुछ खास चीजों के दान करने से अधिक पुण्य मिलता है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक इस दिन गंगा स्नान और दान करने से अक्षय पुण्य का फल तो मिलता ही है। इसके साथ-साथ किस्मत के दरवाजे भी खुल जाते हैं।
इन सभी चीजों का दान जरूर करें
बता दें कि अक्षय तृतीया के दिन सुबह गंगा स्नान अवश्य करना चाहिए. गंगा स्नान के बाद मिट्टी के घड़े में जल भरकर ब्राह्मण को दान देना चाहिए. इसके साथ पंखे का दान भी इस दिन करने से शुभ माना जाता है. साथ में अन्न का दान जरूर करना चाहिए. जो भी व्यक्ति इन सभी चीजों का दान करता है उसे अक्षय पुण्य मिलती है.
परशुराम जयंती 10 मई को
देश भर में 10 मई को परशुराम जयंती की धूमधाम रहेगी। प्रदेशवासियों को इस तिथि का इंतजार हमेशा से लगा रहता है। इस साल भगवान परशुराम की जयंती शुक्रवार को है। परशुराम जयंती की तैयारियां कई दिनों से जारी है। हिंदू धर्म में परशुराम जयंती का विशेष महत्व है। परशुराम को भगवान विष्णु के 24 अवतार माने गए हैं। मान्यता के अनुसार 10 अवतारों को मुख्य अवतार बताया गया है। भगवान परशुराम इन दस अवतारों में शामिल हैं। हर वर्ष वैशाख माह में शुक्ल पक्ष तृतीया तिथि को भगवान परशुराम की जयंती मनाई जाती है। हालांकि इस दिन अक्षय तृतीया का त्यौहार भी मनाया जाता है।