रायपुर: बीते दिन रविवार को देश भर में नीट परीक्षा संपन्न हुई। परीक्षा के दौरान कई जगहों पर एग्जाम में लापरवाही का मामला सामने आया है। इस बीच छत्तीसगढ़ के बालोद में मेडिकल क्षेत्र के सबसे बड़े एग्जाम (NEET) में बड़ी लापरवाही देखने को मिली है। इस विषय में सेंटर सुपरवाइजर ने कलेक्टर को पत्र लिखा है। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो आज सोमवार को विधायक संगीता सिन्हा भी कलेक्टर से मिल सकती हैं। बता दें कि देर रात तक एग्जाम हॉल में हंगामा चलता रहा। इसके बाद प्रशासन और पुलिस ने हंगामें को शांत करने में जुटे। इस मामले में बच्चों से बयान भी लिए गए हैं। इस मामले में कार्रवाई को लेकर लगातार नारेबाजी हुई।
पहली बार बालोद में लिया गया नीट का एग्जाम
बता दें कि कल देशभर में मेडिकल की सबसे बड़ी परीक्षा नीट का आयोजन हुआ था। इस परीक्षा में देश भर के कुल 24 लाख स्टूडेंट्स शामिल हुए थे। इस बीच प्रदेश के बालोद में नीट का प्रश्नपत्र हल कराने के बाद एक पेपर कैंसल हो गया है। इस मामले को लेकर अभिभावकों में आक्रोश भरा हुआ है। परीक्षा के दौरान इस मामले को लेकर अभिभावकों ने स्कूल कैंपस में जमकर हंगामा किया। इस विषय में अभिभावकों ने पुनः परीक्षा कराने की मांग की है।
गलत एग्जाम पेपर भरने का मामला
मामले को लेकर अभिभावक बच्चों के भविष्य से खिलवाड़ करने का आरोप लगा रहे हैं। हालांकि छत्तीसगढ़ के बालोद में नीट परीक्षा के लिए एग्जाम सेंटर बनाए गए थे, जहां भी भारी लापरवाही देखने को मिली है। आरोप है कि यहां पर बैंक से गलत प्रश्नपत्र लाकर बच्चों को एग्जाम देने के दौरान कंफ्यूज किया गया। इस दौरान बच्चों को 45 मिनट अन्य पेपरों को भरने के बाद उसे कैंसल कर दूसरा पत्र भरने को कहा गया। जिसको लेकर बच्चों का आधा समय बर्बाद हुआ। हालांकि परीक्षा खत्म होने के बाद जैसे ही यह बात अभिभावकों को पता लगा, वो परीक्षा केंद्र में जमकर हंगामा शुरू कर दिए।