Sunday, November 3, 2024

Lok Sabha Election: राजनांदगांव सीट बना हॉट सीट, क्या है इस हाई प्रोफाइल सीट का समीकरण

रायपुर: लोकसभा चुनाव के लिए मतदान की शुरुआत 19 अप्रैल से हो चुकी है। ऐसे में दूसरे फेज में प्रदेश के तीन लोकसभा सीटों पर 26 अप्रैल को मतदान होना है। ऐसे में दूसरे फेज में कांकेर, राजनांदगांव और महासमुंद लोकसभा सीट के लिए मतदान होना है. तो चलिए ऐसे में जानते हैं राजनांदगांव लोकसभा सीट का क्या है चुनावी समीकरण, कैसे बना हाई प्रोफाइल सीट?

पुलिस और अर्धसैनिक बलों को तैनाती

दूसरे चरण में प्रदेश के तीन सीटों पर मतदान होगा, इसमें एक सीट राजनांदगांव लोकसभा सीट है। जो इस बार हाई प्रोफाइल सीट में शामिल है। यहां मुकाबला कांटे के टक्कर के सामान है। बता दें कि दूसरे फेज में वोटिंग कराने को लेकर चुनाव आयोग ने पूरी तैयारियां कर ली है। सुरक्षा दृष्टिकोण से भी कड़े इंतजाम किए जा रहे हैं। पुलिस और अर्धसैनिक बलों को तैनाती दिख रही है। अधिक मतदान के लिए चुनाव आयोग ने कई तरह के चुनावी कैंपेन भी चलाएं हैं। इस सीट पर मतदान 26 अप्रैल दिन शुक्रवार हो होना है। मतदान से 48 घंटे पहले बुधवार शाम से ही चुनावी प्रचार-प्रसार थम जाएगा।

2024 के चुनाव में बीजेपी व कांग्रेस से उतारे गए ये उम्मीदवार

राजनांदगांव लोकसभा सीट से बीजेपी ने संतोष पांडे को उम्मीदवार बनाया है। जबकि कांग्रेस ने इस सीट से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को चुनावी मैदान में उतारा है। संतोष पांडे इस सीट से वर्तमान में सांसद हैं। ऐसे में बीजेपी ने इन्हें दोबारा मौका दिया है। दूसरे फेज को लेकर सभी पार्टी के स्टार प्रचारक लगातार सभाएं और रैलियां कर रहे हैं। मतदान में कुछ दिन ही शेष है। हालांकि चुनावी परिणाम 4 जून को आएगा, इसके साथ ही इस सीट पर किसकी जीत होगी,उसका पता चलेगा।

राजनांदगांव सीट के क्या हैं चुनावी मुद्दे और समस्याएं

बता दें कि राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र का आधा इलाका नक्सल प्रभावित है. यानी अति संवेदनशील क्षेत्र माना जाता है। यहां नक्सलियों की उपस्थिति हमेशा नहीं रहती है, लेकिन मोहला मानपुर और महाराष्ट्र-मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ़ के बॉर्डर इलाकों में कभी कभी नक्सलियों की घुसपैठ देखी जाती है. इस वजह से राजनांदगांव लोकसभा सीट के कुछ हिस्सों में आज भी विकास शहरों के मुकाबले काफी कम हुआ है. हालांकि कई क्षेत्रों में विकास कार्य किये जा रहे हैं. बता दें कि इस क्षेत्र में जनता पेयजल, शिक्षा, पक्की सड़क, बिजली समेत मूलभूत सुविधाओं को लेकर वोटिंग करते हैं।

राजनांदगांव सीट का क्या हैं चुनावी इतिहास

अगर बात हम राजनांदगांव सीट के चुनावी हिस्ट्री की करें तो यहां साल 1999 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी से उम्मीदवार घोषित डॉ रमन सिंह ने जीत अपने नाम दर्ज की थी। उन्हें इस चुनाव में कुल 3,04,611 वोट मिले। उस दौरान यहां कुल वोटर्स की संख्या 10,16,713 थी. वहीं 2004 में हुए लोकसभा चुनाव में इस सीट पर फिर से कमल खिला। उस दौरान बीजेपी से उम्मीदवार घोषित प्रदीप गांधी जीते थे। उन्हने कुल 2,74,294 वोट मिले थे. उस समय कुल वोटर्स की संख्या 11,21,618 थी. साल 2009 की बात करें तो उस दौरान इस सीट पर बीजेपी की विजय हुई। बीजेपी से मधुसूदन यादव जीते थे। वो 3,41,131 वोटों से जीत अपने नाम की। उस समय कुल वोटर्स की संख्या 12,96,734 थी. साल 2014 की बात किया जाए तो साल 2014 में इस सीट से बीजेपी उम्मीदवार अभिषेक सिंह ने 4,65,215 वोटों से जीत हासिल की. उस समय कुल वोटर्स की संख्या 14,48,375 थी. हलांकि साल 2019 में इस सीट पर बीजेपी की ही जीत हुई। बीजेपी से संतोष पांडे ने 5,46,233 वोटों से जीत अपने नाम किया. 2019 में कुल मतदाताओं की संख्या 15,58,952 थी. वहीं इस बार 2024 में हो रहे लोकसभा चुनाव की बात करें तो इस बार राजनांदगांव सीट पर कुल मतदाताओं की संख्या 18 लाख के आस पास है।

देखें एक नजर में इस सीट का चुनावी इतिहास

  • साल 1957 में कांग्रेस से बीरेंद्र बहादूर सिंह जीते थे।
  • साल 1962 में कांग्रेस से उम्मीदवार घोषित बीरेंद्र बहादूर सिंह दोबारा सांसद बने थे।
  • साल 1967 में कांग्रेस उम्मीदवार पद्मावती देवी जीती थी।
  • साल 1971 में कांग्रेस उम्मीदवार रामसहाय पांडे ने जीत हासिल की.
  • साल 1971 में कांग्रेस उम्मीदवार रामसहाय पांडे ने जीत दर्ज की.
  • साल 1971 में बीएलडी उम्मीदवार मदन तिवारी जीते थे।
  • साल 1980 में कांग्रेस उम्मीदवार शिवेंद्र बहादूर सिंह सांसद बने थे।
  • साल 1984 में दोबारा कांग्रेस के शिवेंद्र बहादूर सिंह ने ही इस सीट पर जीत हासिल की.
  • साल 1989 में भाजपा उम्मीदवार धर्मपाल सिंह गुप्ता जीते थे।
  • साल 1991 में कांग्रेस उम्मीदवार शिवेंद्र बहादूर सिंह तीसरी बार जीत दर्ज की थी।
  • साल 1996 में भाजपा उम्मीदवार अशोक शर्मा सांसद बने.
  • साल 1998 में कांग्रेस उम्मीदवार मोतीलाल वोरा को जीत मिली.
  • साल 1999 में भाजपा उम्मीदवार डॉ रमन सिंह सांसद चुने गए.
  • साल 2004 में भाजपा उम्मीदवार प्रदीप शर्मा को जीत मिली.
  • साल 2009 में भाजपा उम्मीदवार मधुसूदन यादव सांसद बने.
  • साल 2014 में भाजपा उम्मीदवार अभिषेक सिंह सांसद बने.
  • साल 2019 में भाजपा उम्मीदवार संतोष पांडे को जीत मिली.

बीते कुछ सालों में राजनांदगांव सीट पर कैसा रहा वोटिंग प्रतिशत

  • साल 1999 लोकसभा चुनाव में 59.37 फीसदी वोटिंग
  • साल 2004 लोकसभा चुनाव में 59.38 फीसदी वोटिंग
  • साल 2009 लोकसभा चुनाव में 58.86 फीसदी वोटिंग
  • साल 2014 लोकसभा चुनाव में 74.04 फीसदी वोटिंग
  • साल 2019 लोकसभा चुनाव में 76.15 फीसदी वोटिंग
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