रायपुर। छत्तीसगढ़ के मौसम में बड़ा बदलाव देखने को मिल रहा है। बात करें पिछले दो से तीन दिन की तो यहां पिछले तीन दिनों से लगातार बारिश और ओलावृष्टि का सिलसिला देखा जा रहा था। ऐसे में आज बुधवार को फिर से मौसम में बदलाव देखने को मिलने वाला है। प्रदेश के गौरेला पेण्ड्रा मरवाही जिले में घना कोहरा देखा गया। इस दौरान लगातर बारिश और ओलावृष्टि से किसानों की चिंता अधिक बढ़ी हुई है। इस मौसम में इतनी बारिश हुई जिस कारण किसानों का कहना हैं कि उनके फसलों को काफी नुकसान पंहुचा है। इसके साथ मौसमी फल जैसे आम, लीची, अमरुद आदि को अधिक नुकसान हुआ है। मौसमी सब्जियों पर भी इसका प्रभाव देखने को मिला है।
बैमोसम ओलावृष्टि से खड़ी फसलों को हुआ नुकसान
प्रदेश के कुछ जिले जैसे गौरेला पेंड्रा मरवाही जिले में लगातर तीन दिनों से बारिश और ओलावृष्टि का दौर जारी रहा। इस दौरान तेज बारिश और ओले पड़े, जिस कारण खेतों में लगे फसलों को अधिक नुकसान पंहुचा है। इस दौरान खेतों में लगे गेहूं की खड़ीं फसलों को नुकसान हुआ है। इस वजह से किसानों की चिंता बढ़ी हुई है। खेत पानी से भरे हुए है जबकि आम-लीची के फलों को भी नुकसान झेलनी पड़ी है। बता दें कि पिछले दिनों जो ओलावृष्टि और बारिश हुई उससे किसानों की खड़ी फसल जैसे आम, डोरी, चना, गेहूं, महुआ, चार चिरोंजी के साथ सब्जियों को भी काफी नुकसान हुआ है, किसानों की खड़ी फसल ओलावृष्टि के कारण बर्बाद हो गई हैं।
ओलावृष्टि के बाद सड़क पर मस्ती करते दिखे लोग
मंगलवार यानी कल शाम मध्यप्रदेश के अमरकंटक और छत्तीसगढ़ के गौरेला के ज्वालेश्वर महादेव मंदिर के साथ तरईगांव इलाके में जमकर ओलावृष्टि हुई। इसकी वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल की गई । वीडियो में देख सकते हैं कि मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के बॉर्डर इलाकों पर ओलावृष्टि के बाद अमरकंटक से वापस आ रहे श्रद्धालू सड़क पर मस्ती करते दिख रहे हैं।