रायपुर। छत्तीसगढ़ में महादेव ऐप स्कैम का मामला विधानसभा चुनाव के पहले से ही सुर्ख़ियों में बना हुआ है। ऐसे में इस मामले में एक नया अपडेट सामने आया है। बता दें कि 26 फरवरी तक के लिए ऐप प्रमोटर्स के मैनेजर नीतीश दीवान को जेल भेज दिया गया है। ED ने नीतीश से पूछताछ करने के बाद शनिवार यानी 24 फरवरी को उसे विशेष न्यायाधीश अजय सिंह राजपूत की अदालत में को पेश किया। लेकिन, विशेष न्यायाधीश अवकाश पर चल रहे थे जिस कारण अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश वंदना दीपक देवांगन ने इस मामले की सुनवाई की।
अदालत ने नीतीश को भेजा जेल
ED के अधिवक्ता ने इस दौरान अदालत को बताया कि नीतीश दीवान को 17 फरवरी को रायपुर से गिरफ्तार किया गया था। इसके साथ ही उन्होंने अदालत को बताया कि महादेव ऐप के प्रमोटर सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल और शुभम सोनी के साथ जुडे़ होने के इनुपट मिलने पर उनसे पूछताछ के लिए रिमांड पर भी लिया गया। हालांकि रिमांड अवधि पूरी होने के बाद अदालत ने नीतीश को जेल भेज दिया है।
मामले में मिला 13 लोगों को नोटिस
बता दें कि महादेव ऐप प्रमुख सौरभ चंद्राकर, शिवकुमार वर्मा, यशोदा वर्मा, पवन नत्थानी, रोहित गुलाटी, अनिल अग्रवाल, शुभम सोनी, रवि उप्पल, विशाल आहूजा, धीरज आहूजा, पूनाराम वर्मा, विकास छापरिया और सृजन एसोशिएट को ED के विशेष कोर्ट से समन जारी किया गया था।
क्या है महादेव ऐप SCAM ?
महादेव बेटिंग ऐप ऑनलाइन सट्टेबाजी के लिए बनाया गया एक एप्लीकेशन है. इस ऐप के जरिए कार्ड गेम्स, पोकर, चांस गेम्स नाम से लाइव गेम यूजर्स खेलते थे. ऐप के सहारे क्रिकेट, बैडमिंटन, टेनिस, फुटबॉल जैसे खेलों और चुनावों में अवैध सट्टेबाजी भी होती थी. मीडिया सूत्रों के मुताबिक बताया गया कि अवैध सट्टे के नटवर्क के जरिए इस ऐप का जाल तेजी से बढ़ा और सबसे अधिक खाते छत्तीसगढ़ में ही खुले।
करीब 6000 करोड़ रुपये का हुआ SCAM
करीब 6000 करोड़ रुपये का स्कैम महादेव ऐप के मालिकों ने मिलकर किया है. इसके बाद 20 अक्टूबर को ED ने रायपुर में प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्डरिंग एक्ट के तहत चार्जशीट फाइल की, जिसमें 14 लोगों को नाम आरोपी लिस्ट में सामने आया।