रायपुर: छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले में परसा कोल ब्लॉक के लिए पेड़ काटे जा रहे हैं. इसके विरोध में सैकड़ों ग्रामीणों ने प्रदर्शन किया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक करीब 6000 पेड़ काटे जा रहे हैं, जिससे करीब 140 हेक्टेयर जंगल नष्ट हो जाएगा. ताकि परसा कोल ब्लॉक का काम आगे बढ़ सके.
RRECL को आवंटित हुई है
यह खदान राजस्थान राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड (RRECL) को सरगुजा के परसा कोल ब्लॉक में आवंटित की गई है, यहां से एक निजी कंपनी द्वारा कोयला निकालकर राजस्थान भेजा जाता है।
पेड़ काटने के विरोध में ग्रामीणों का प्रदर्शन
परसा गांव में पेड़ काटने के विरोध पर ग्रामीणों और पुलिस के बीच झड़प हो गयी. आरोप है कि पुलिस बल और वन विभाग के कर्मचारियों को लगाकर एक निजी कंपनी के लिए पेड़ काटे जा रहे हैं. पुलिस ने दावा किया कि ग्रामीणों के हमले में आठ पुलिसकर्मी और दो राजस्व कर्मी घायल हो गये, जबकि कार्यकर्ताओं का आरोप है कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया.
पुलिस अधिकारी ने मामले को लेकर क्या कहा?
सरगुजा के पुलिस अधीक्षक योगेश पटेल ने कहा कि पेड़ काटने की प्रक्रिया से पहले कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए क्षेत्र में पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस और राजस्व अधिकारियों के समझाने के बावजूद, ग्रामीण कुल्हाड़ी, तीर-धनुष और लाठी जैसे पारंपरिक हथियारों के साथ मौके पर पहुंचे और हमला कर दिया.
गांवों में तनाव का माहौल
परसा कोयला खदान और पेड़ों की कटाई को लेकर सरगुजा जिले के उदयपुर परसा और आसपास के गांवों में तनाव का माहौल है. ग्रामीण लगातार पेड़ों की कटाई का विरोध कर रहे हैं। ग्रामीणों और पुलिस के बीच झड़प के बाद घायल पुलिसकर्मियों को इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है.
परसा कोल ब्लॉक के लिए पेड़ों की कटाई जारी
इन सबके बावजूद परसा कोल ब्लॉक के लिए पेड़ों की कटाई जारी है. इन इलाकों में पुलिसकर्मियों की मौजूदगी में बड़े पैमाने पर पेड़ों की कटाई चल रही है.