रायुर। जांजगीर नैला में इस बार दुर्गा पूजा में अरुण देव मंदिर का पंडाल अग्रसेन भवन नैला के सामने मैदान में तैयार किया गया है। इस बार के दुर्गा पूजा में पांच शेरों में सवार मां दुर्गा की 35 फीट ऊंची प्रतिमा तैयार की गई है।
दुर्गा पूजा की तैयारी जोरों पर
इस बार दुर्गा पूजा पर्व को लेकर खास लाइटिंग का उपयोग किया गया है, जिसे दुबई के बुर्ज खलीफा की तरह लाइट और साउंड इफेक्ट के साथ प्रदर्शित किया जाएगा। श्रद्धालु नवरात्र की द्वितीया तिथि 4 अक्टूबर से दुर्गा मां के दर्शन कर सकते है और आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं। शारदीय नवरात्रि की तैयारियां जोरों- शोरों से की जा रही हैं। देवी मंदिरों से लेकर शहरों और गांवों तक मां दुर्गा के भव्य पंडाल सजाए जा रहे हैं। यह पंडाल अलग-अलग थीम पर तैयार किए जा रहे हैं।
4 अक्टूबर से मां के दर्शन होंगे
श्री दुर्गा सेवा उत्सव समिति के सदस्य राजेश पालीवाल का कहना है कि 41 साल से मां दुर्गा की प्रतिमा स्थापित की जा रही है। इस साल थाईलैंड के विश्व प्रसिद्ध शांति के प्रतीक अरुण देव मंदिर की तर्ज पर भव्य 160 फीट ऊंचा और 150 फीट चौड़ा पंडाल का निर्माण किया गया है। जिसे बंगाल के 35 से 40 कारीगर ने मिलकर तैयार किया है। श्रद्धालु नवरात्र की द्वितीया तिथि चार अक्टूबर से मां के दर्शन कर पाएंगे।
35 फीट ऊंची प्रतिमा का निर्माण
भव्य पंडाल में स्थापना के लिए मां दुर्गा की 35 फीट ऊंची मूर्ती का निर्माण किया गया है। मां दुर्गा पांच शेरों में सवार होकर सोना चांदी, हीरा मोती से जड़ित स्टोन से सजे रथ पर विराज मान होगी। मां दुर्गा की प्रतिमा भटगांव के मूर्तिकार प्रदीप देवांगन और उसके सहयोगियों के द्वारा बनाया गया है।