Sunday, November 3, 2024

Teacher’s Day:अंधे होकर भी हजारों दिव्यांगों के जीवन को रोशन करते है ये शिक्षक

रायपुर। आज शिक्षक दिवस के मौके पर हम आपकों एक ऐसी खबर बताने जा रहे है जिससे पढ़ने के बाद आप भी भावुक हो उठेंगे। रायपुर के एक दृष्टिबाधित स्कूल में शिक्षक और प्राचार्य दिव्यांग बच्चों को पढ़ाकर उन्हें सक्षम बना रहे हैं और उनके जीवन में नई रोशनी ला रहे हैं। यहां के शिक्षक बच्चों को उनके भविष्य के लिए तैयार कर रहे है।

प्रतिदिन काउंसिलिंग करते है

दृष्टि और श्रवण बाधितार्थ विद्यालय, मठपुरैना के प्रिंसिपल अमित कुमार त्रिवेदी भले दृष्टिबाधित है, लेकिन उनके हौसले किसी से कम नहीं है। वह बच्चों को उनकी आवाज से ही पहचान लेते हैं। स्कूल के दिव्यांग बच्चों को पढ़ाने के साथ वह उन्हें जीवन जीने की कला भी सिखाते हैं। दिव्यांग बच्चों के भविष्य को बेहतर बनाने के लिए स्कूल के प्रत्येक बच्चे की काउंसिलिंग करते हैं। उनका मानना है कि दिव्यांग होने कारण उन्हें अंदाजा है कि बच्चों को किस तरह से सिखाया जा सकता है। शिक्षक जितने अच्छे तरीके से सिखाने वाला होगा, दिव्यांग बच्चा उतने ही अच्छे ढंग से सीखने वाला होगा।

विभिन्न गतिविधियों का ज्ञान

प्रिंसिपल अमित त्रिवेदी दृष्टिबाधित बच्चों को मोबाइल एप के जरिए संदेश या दृश्य को आवाज में बदलना सिखाते हैं, जिससे वे चीजों की पहचान कर सकें, किसी के संदेश को पढ़ सकें। पाठ्यक्रम के साथ विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से विषयों की जानकारी देते हैं। जिससे वे आसानी से सीख सकें। इसके साथ उनका लक्ष्य होता है कि बच्चों को संगीत, खेल या अन्य गतिविधियों में एक्सपर्ट बना सकें। ताकि बच्चे भविष्य में अपने पैरों पर खड़े हो सकें।

बिना छड़ी के स्कूल घूमते है

प्रधानाचार्या अमित त्रिवेदी ने यह भी बताया कि स्कूल से पढ़कर निकले कई छात्र विभिन्न शासकीय विभागों में उच्च पद पर कार्य कर रहे हैं। पिछली साल एक पूर्व छात्र असिस्टेंट प्रोफसर के रूप में चुना गया है। जो सामान्य बच्चों को पढ़ा रहे हैं। करीबन 8 सालों से वह स्कूल में सेवा दे रहे है। प्राचार्य अमित कुमार बिना किसी छड़ी और मदद के पूरा स्कूल घूम लेते हैं। समय मिलने पर बच्चों के साथ खेल भी खेलते हैं।

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