Tuesday, September 17, 2024

Administration: राशन की कालाबाजारी में जिला प्रशासन का बड़ा एक्शन, छापेमारी में बरामद की 900 बोरियां

रायपुर। सुकमा जिले में राशन माफियाओं पर जिला प्रशासन की अब तक की सबसे बड़ी कार्यवाही की है। जहां नक्सल प्रभावित चिंतलनार के गांव में छापेमारी की कार्यवाही में अब तक 900 बोरे चावल बरामद हुए हैं। करीबन 200 बोरा चना और बड़ी मात्रा में शक्कर बरामद की। यह राशन अलग- अलग गोदाम से बरामद किया गया है।

निजी मकान से बरामद किया राशन

चिंतलनार इलाका लंबे समय से राशन की कालाबाजारी को लेकर चर्चा में बना रहा। जहां अंदरूनी इलाकों में रह रहे अशिक्षित ग्रामीणों के राशन पर डाका डालते है। कालाबाजारी का यह मामला कई बार विधानसभा में भी उठाया जा चुका है।
एक बार फिर से चिंतलनार गांव चर्चा में आया, लेकिन यह कार्यवाही अब तक की सबसे बड़ी कार्यवाही बताई जा रही है। मिली जानकारी के मुताबिक गरीबों में वितरित किए जाने वाले राशन के अवैध रूप से गोदामों में जमा किया जाता है।
इस बात की जानकारी प्रशासन को मिली। जिसके बाद सुकमा कलेक्टर हरीश के निर्देश पर एसडीएम तहसीलदार खाद्य विभाग के द्वारा दो दिनों तक छापेमारी की गई पहले दिन एक निजी मकान में 43 बोरा चावल 18 बोरा शक्कर और
एक बड़ा बोरा चना बरामद किया गया था।

पोटाकेबिन के राशन में हेरा-फेरी

छापेमारी के बाद टीम वापस मुख्यालय लौट गई । इस कार्यवाही के बाद एक और विशेष सूचना प्रशासन को मिली। जिसके बाद कलेक्टर के निर्देश पर टीम वापस चिंतलनार में छापामारी की कार्यवाही करने के लिए पहुंची। इस दौरान बताए गई जगह पर प्रशासन की टीम ने छापेमारी के दौरान विभिन्न-विभिन्न गोदाम से 500 से अधिक चावल के बोरे, लगभग 200 बोरा चना और बड़ी मात्रा में शक्कर बरामद किया है। चिंतलनार वह इलाका है जहां पीडीएस की कालाबाजारी सामान्य बात हो गई है , क्योंकि यह इलाका अशिक्षित है और अंदरूनी इलाकों में भवन न होने के कारण से आधा दर्जन से ज्यादा राशन की दुकान चिंतलनार में ही चलाई जाती है और दूर दराज के इलाकों से आने वाले ग्रामीणों की शिकायत जिला मुख्यालय तक पहुंच ही नहीं पाती है। इसी का लाभ राशन दुकान के संचालक उठाते हैं। इससे पहले भी पोटाकेबिन के राशन की हेरा- फेरी का मामला उजागर हुआ था।

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