रायपुर। केले की खेती(CG News) पर जिले के किसानों को राज्य सरकार की ओर से अनुदान दिया जा रहा है। इस योजना के तहत टिश्यू कल्चर पद्धति से केले की खेती करने पर राज्य सरकार द्वारा सब्सिडी दी जाएगी। योजना के अंतर्गत केले की लागत प्रति इकाई 102000 रुपए निर्धारित की गई है जिस पर विभाग की ओर से किसानों को 40 फीसदी का अनुदान दिया जाएगा। ऐसे में केले की खेती के लिए किसानों को कुल 41,000 की राशि का अनुदान दिया जाएगा। जिससे किसानों की आय में भी बढ़ोत्तरी होगी।
इस योजना के लाभ के लिए पहले पंजीकरण करें
राज्य औद्यानिक मिशन योजना के तहत किसानों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए लाभकारी कृषि उत्पादन के लिए पहले प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। इसकी जिम्मेदारी जिला उद्यान विभाग को सौंपी गई है। किसानों को पौधे उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके बाद तकनीक के तहत पौधों को खेत में रोपा जाएगा। उन पौधों की खरीदारी पर किसानों को पूरी रकम वापसी के लिए डीबीटी योजना लागू की गई है। वहीं जिला उद्यान अधिकारी महेश कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि विभाग मिशन योजना के तहत किसानों से केले की खेती कराई जाएगी। किसानों को इसका लाभ प्राप्त करने के लिए हॉर्टिकल्चर पोर्टल पर पंजीकरण कराना होगा। उसके बाद प्रथम पाव के आधार पर किसानों का चयन किया जाता है। फिर उनका सत्यापन कर डीबीटी के माध्यम से उनके खाते में धनराशि भेज दी जाती है।
40 फीसदी अनुदान किसानों को 2 वर्षों में दिया जाएगा
केले की खेती पर इकाई लागत 102000 मानदेय है इसका 40 प्रतिशत अनुदान दो वर्षों में किसानों को दिया जाएगा। पहले वर्ष में 30738 रुपए उनके खाते में दिया जाएगा। लगभग 1 हेक्टेयर में 3086 पौधे रोपित होते हैं। वहीं दूसरे वर्ष पर 10240 रुपये अनुदान दिया जाता है। केले की खेती में उर्वरक रसायन का उपयोग नहीं किया जाएगा। किसान इस प्रकार पहले वर्ष रोपड़ सामग्री पर दूसरे वर्ष रसायन पर किसानों को अनुदान दिया जाएगा।