रायपुर : छत्तीसगढ़ के बीते दिन सतनामी समाज के लोगों ने बलौदा बाजार में उग्र आंदोलन को अंजाम दिया है। आंदोलन में शहर भर में कई जगहों पर समाज के लोगों ने आग लगा दी. बता दें कि आंदोलनकारियों ने डीएम और एसपी ऑफिस सहित कई कैंपस में भी तोड़फोड़ करना शुरू कर दिए। साथ ही सरकारी प्रॉपर्टी में भी आग लगा दिया. इस दौरान उन्होंने सैकड़ों गाड़ियों को आग के हवाले कर दिया।
बलौदा बाजार शहर में धारा 144 लागू
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आंदोलनकारियों ने प्रदर्शन करते हुए प्रशासनिक अधिकारियों और पुलिस पर पथराव भी किया, हिंसा में कई अधिकारी घायल हुए है. इस हिंसा के बाद जिला प्रशासन ने बलौदा बाजार शहर में धारा 144 लगा दी, यह 16 जून तक जारी रहेगी. इस घटना को लेकर प्रदेश के मुखिया विष्णुदेव साय ने बड़ा बयान दिया है। इस हिंसा के दोषियों पर कड़ी कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं.
गुरु घासीदास रहे हमेशा हिंसा के खिलाफ
इस हिंसा को लेकर सबसे अहम बात यह निकल कर आई है कि हिंसा करने वाले लोगों के जो धर्म गुरु थे, उन्होंने कभी हिंसा का रास्ता नहीं चुना, उनके गुरु घासीदास हमेशा हिंसा के विरोध रहते हैं. उन्होंने ‘मनखे-मनखे एक समान’ का संदेश दिया, जिसने छत्तीसगढ़ के लाखों लोगों को एकजुट किया. हालांकि, सतनामी समाज के गुरु खुशवंत साहेब ने यह दावा किया है कि ऐसी वारदात सतनामी समाज के लोग नहीं कर सकते. इसमें जरूर असामाजिक तत्व शामिल हैं.