रायपुर। आज साल का पहला सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। 50 वर्षों के बाद सबसे लंबा चलने वाला ग्रहण आज लगने जा रहा है। यह ग्रहण करीब 5 घंटे और 25 मिनट तक चलेगा। यह पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा जिस कारण जब ग्रहण अपने चरम पर होगा तब कुछ वक्त के लिए पृथ्वी पर अंधेरा छा जाएगा। हालांकि इस सूर्य ग्रहण का असर भारत में नहीं देखने को मिलेगा। इस वजह से सूर्य ग्रहण का सूतक काल मान्य नहीं है।
सूर्य ग्रहण पर बना रहा दुर्लभ संयोग
आज सोमवार को साल का पहला सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। यह ग्रहण भारतीय टाइम के मुताबिक रात 9 बजकर 12 मिनट पर दुनिया के कई इलाकों में लगने वाला है। इस सूर्य ग्रहण को बहुत ही खास बताया गया है क्योंकि इस ग्रहण पर 54 सालों बाद कई दुर्लभ संयोग बन रहे हैं।
- 50 सालों बाद सबसे लंबा सूर्य ग्रहण आज लगने जा रहा है , इसलिए इसे सबसे लंबा सूर्य ग्रहण बोला जा रहा है। यह सूर्य ग्रहण करीब 5 घंटे 25 मिनट तक चलेगा।
- यह सूर्य ग्रहण पूर्ण सूर्य ग्रहण होगा। 54 सालों बाद इस तरह का संयोग सूर्य ग्रहण पर बन रहा है। बता दें कि इसके पहले ऐसा संयोग 1970 में देखा गया था।
- आज जब सूर्य ग्रहण लगेगा तब उस वक्त कुछ टाइम के लिए घरती पर अंधेरा छाया रहेगा। यानी ग्रहण के दौरान सूर्य पूरी तरह से छिपा रहेगा। इस वजह से दिन में ही अंधेरा हो जाएगा।
- सूर्य ग्रहण के दौरान धूमकेतु तारा भी साफ दिखेगा।
- बता दें कि दुनिया के जिन-जिन क्षेत्रों में यह सूर्य ग्रहण लगेगा वहां सौर मंडल में मौजूद शुक्र और गुरु ग्रह भी नजर आएगा।
आखिर किसे कहते है सूर्य ग्रहण ?
हम सभी जानते हैं कि सूर्य के चारों ओर पृथ्वी घूमती है और पृथ्वी के चारों तरफ चंद्रमा चक्कर लगाता है। जब सूर्य, पृथ्वी और चांद तीनों ही एक सीध में आते हैं तो इस घटना की वजह से सूर्य और चंद्र ग्रहण लगता है। जब चांद पृथ्वी के चक्कर लगाते हुए सूर्य और पृथ्वी के बीच आता है तो इस घटना को सूर्य ग्रहण कहते हैं। इस दौरान सूर्य से पृथ्वी पर आने वाली रोशनी चांद के कारण पृथ्वी तक नहीं पहुंच पाती है और चांद की छाया पृथ्वी पर पड़ती है। इस पूरी घटना को हम सूर्य ग्रहण कहते हैं।
विज्ञान की दृष्टिकोण से ग्रहण को क्या मानते हैं?
विज्ञान की दृष्टिकोण से देखें तो विज्ञान में इस घटना (सूर्य ग्रहण) को खगीलीय बताया गया है जबकि ज्योतिष व शास्त्र के अनुसार इसे शुभ नहीं बताया गया है। आज जो सूर्य ग्रहण लगने वाला है वह भारत में नही दिखेगा, इस वजह से इसका सूतक काल प्रभावी नहीं होगा। भारतीय समय के मुताबिक आज सोमवार रात 09 बजकर 12 मिनट से सूर्य ग्रहण शुरू होगा जो देर रात 2 बजकर 22 मिनट तक समाप्त होगा।
इन देशों में आज लगने वाला हैं सूर्य ग्रहण
भारतीय समयानुसार आज सोमवार रात करीब 9 बजे से साल का पहला सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। यह ग्रहण कनाडा, अमेरिका और मैक्सिकों जैसे देशों में देखने को मिलेगा लेकिन इस सूर्य ग्रहण को भारत में नहीं देखा जा सकता है। बता दें कि तीन देशों में यह सूर्य ग्रहण पूर्ण सूर्य ग्रहण के तौर पर दिखाई देगा जबकि अन्य देशों में आंशिक सूर्य ग्रहण लगने वाला है। जानकारी के लिए बता दें सूर्य ग्रहण हमेशा अमावस्या तिथि के दिन ही लगता है और हर 18 महीने के दौरान दुनिया के किसी न किसी भाग में यह ग्रहण जरूर लगता है।
हालांकि ग्रहण के दौरान ऐसे बहुत चीजें हैं जिसे करने और न करने का प्रथा हैं। तो आइए जानते हैं शास्त्रों के अनुसार ग्रहण के दौरान क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए। ऐसे भारत में आज सूर्य ग्रहण को नहीं देखा जा सकेगा, जिस वजह से सूतककाल मान्य नहीं होगा।
ग्रहण में क्या न करें
ग्रहण के दौरान कभी भी कोई शुभ कार्य या भगवान की पूजा -अर्चना नहीं करनी चाहिए।
ग्रहण के दौरान खाना भी नहीं बनाना चाहिए और न ही कुछ खाना-पीना चाहिए।
ग्रहण के दौरान गर्भवती महिलाओं को ग्रहण नहीं देखना चाहिए और न ही घर से बाहर निकलना चाहिए।
ग्रहण के दौरान तुलसी सहित अन्य पौधों को नहीं छूना चाहिए।
ग्रहण में क्या करें
ग्रहण शुरू होने से पहले यानी सूतक काल प्रभावी होने पर पहले से ही खाने-पीने की चीजों में पहले से तोड़े गए तुलसी के पत्ते को डालकर रख देना चाहिए।
ग्रहण के दौरान अपने इष्ट देवता को याद करना चाहिए।
ग्रहण के दौरान ग्रहण के प्रभाव को कम करने के लिए मंत्रों का जाप करना चाहिए।
ग्रहण खत्म होने पर पूरे घर में गंगाजल का छिड़काव कर, नहाना चाहिए।