रायपुर। छत्तीसगढ़ की भरतपुर-सोनहत सीट से रेणुका सिंह ने विधायक का चुनाव जीता है। आज गुरुवार को वो बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर पहुंची। जहां दोनों नेताओं के बीच करीब 30 मिनट तक बातचीत चली। हालांकि अभी तक छत्तीसगढ़ में सीएम का चेहरा किसका होगा इसे लेकर कोई घोषणा नहीं की गई है लेकिन रेणुका सिंह का नाम लगातार छत्तीसगढ़ के नए सीएम के दावेदारों में लिया जा रहा है।
बिना सीएम चेहरे के बीजेपी ने लड़ा चुनाव
दरअसल, बीजेपी चुनाव में बिना किसी सीएम चेहरे के उतरी थी। फिलहाल विधानसभा के नतीजे आए हुए चार दिन बीत चुके हैं लेकिन बीजेपी अब तक कोई फाइनल चेहरा सामने लेकर नहीं आ पाई है। दूसरी तरफ दिल्ली में जेपी नड्डा का घर पावर सेंटर बना है। जहां लगातार बैठकों और मुलाकातों का दौर जारी है।
इन नामों पर हो रही चर्चा
छत्तीसगढ़ में सीएम पद के लिए रमन सिंह, प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव और रेणुका सिंह के चेहरे पर कयास जारी है। साथ ही ये भी माना जा रहा है कि बीजेपी इस बार नए चेहरे को मौका दे सकती है। बता दें कि अरुण साव और रेणुका सिंह दोनों ही लोकसभा सांसद रह चुके हैं। दोनों से ही विधायकी का चुनाव जीतने के बाद सांसद के पद से इस्तीफा देने के लिए कहा गया था।
कैसा रहा रेणुका सिंह का राजनीतिक सफर
रेणुका सिंह छत्तीसगढ़ में एक बड़ा आदिवासी चेहरा मानी जाती हैं। उन्होंने 1999 में पहली बार पंचायत चुनाव जीतकर राजनीति में एंट्री ली थी। इसके अलावा चार साल बाद 2003 में वो विधायक निर्वाचित हुईं। वहीं 2008 में रेणुका फिर विधायक चुनी गईं और 2019 में उन्होंने संसद का सफर तय किया। रेणुका सिंह को जनजातीय मामलों की जिम्मेदारी देते हुए राज्य मंत्री बनाया गया।