रायपुर। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के नतीजे सामने आ चुके हैं। बीजेपी ने 54 सीटों पर जीत दर्ज की है। अब छत्तीसगढ़ में नया सीएम कौन होगा इसके लिए दांवेदारियां पेश की जा रही हैं। बता दें कि सीएम फेस को लेकर जिन नामों पर अटकलें लगाई जा रहीं, उसमें एक नाम रेणुका सिंह का भी आ रहा है। ऐसे में अगर रेणुका सिंह के नाम पर मोहर लगती है तो वह प्रदेश की पहली महिला मुख्यमंत्री बनेंगी।
जानें कौन हैं रेणुका सिंह
दरअसल, रेणुका सिंह ने भरतपुर सोनहट एसटी सीट पर कांग्रेस के गुलाब कामरो को बड़े अंतर से हराया है। रेणुका सिंह केंद्र में अनुसूचित जनजाति विभाग की मंत्री हैं। वो रमन सिंह की सरकार में मंत्री रह चुकी हैं। रेणुका ने एसटी वर्ग और महिलाओं के बीच अपनी अलग पैठ बना रखी है। इसके अलावा 2023 विधानसभा चुनाव में ही रेणुका सिंह का एक बयान काफी तेजी से वायरल हुआ था, जिसमें उन्होंने कहा, अगर कोई उनके एक कार्यकर्ता की उंगली काटने की कोशिश करेगा तो वो उसका एक हाथ काटकर दूसरे हाथ में देना जानती हैं।
कुछ ऐसा रहा रेणुका सिंह का सियासी दौर
रेणुका सिंह की शुरुआत रामानुज नगर की बीजेपी मंडल अध्यक्ष के रुप में हुई। जिसके बाद वो 2003 में प्रेमनगर विधानसभा से पहली बार विधायक चुनी गई। वहीं 2008 में भी जीतकर हासिल करके वो रमन सरकार में महिला बाल विकास समाज कल्याण विभाग की मंत्री बनी। इसके बाद 2019 में सरगुजा लोकसभा सीट से सांसद बनकर मोदी सरकार में अनुसूचित जनजाति विकास राज्य मंत्री के पदभार पर कार्यरत हैं।
क्यों माना जा रहा सीएम दावेदार
गौरतलब है कि रेणुका सिंह गोंड समाज से आती हैं जो कि छत्तीसगढ़ का सबसे प्रभावी समाज माना जाता है। बता दें कि बीजेपी ने अपने चुनाव प्रचार में बार-बार महिला विकास का मुद्दा उठाया था। इसके साथ ही केंद्र में महिलाओं के विकास पर जोर देने की बात कही जाती है। वहीं अगर बात करें 2023 के विधानसभा नतीजों की तो सरगुजा और बस्तर जो भूपेश भघेल ने 2018 में अपने नाम किया था वहां बीजेपी ने इस बार भारी जीत हासिल की। ये मुद्दे रेणुका सिंह को छत्तीसगढ़ के सीएम फेस की रेस में सबसे आगे कर देते हैं। हालांकि, रेणुका सिंह के अलावा भी कई नाम सीएम दावेदारी की रेस में आगे हैं जिसमें रमन सिंह, ओपी चौधरी, लता उसेंडी, अरुण साव, विजय बघेल और सरोज पांडेय का नाम शामिल हैं।