Friday, November 22, 2024

Mahadev App: बीजेपी के इन नेताओं को मिला महादेव मामले में नोटिस, जानें पूरा मामला

रायपुर। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग 7 नवंबर को हो गई है। ऐसे में महादेव एप का मामला पुरे देश भर में सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है। बात करें राज्य के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की तो इनके राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा ने महादेव सट्टा ऐप मामले में CM बघेल का नाम जोड़े जाने पर BJP के प्रवक्ताओं से सार्वजनिक रूप से माफी मांगने और अपना बयान वापस लेने की मांग करते हुए नोटिस दर्ज करवाया है। गुरुवार को वर्मा ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि अगर वह ऐसा नहीं करते हैं तब वह तीन भाजपा प्रवक्ताओं के विरोध में मानहानि का मुकदमा दर्ज करेंगे.

भाजपा ने राजनीतिक मुद्दा बनाया

वर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि तीन नवंबर को ED ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया और उससे पैसे जब्त किए। मीडिया में इसके दो दिन बाद एक वीडियो सामने आया जिस वीडियो में शुभम सोनी नाम का व्यक्ति कहता है कि मुझे किसी ‘वर्मा जी’ ने CM बघेल से मिलवाया. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि वीडियो के वायरल होते ही भाजपा ने इस मामले को राजनीतिक मुद्दा बनाया और इस कड़ी में उन्होंने कहा कि रायपुर में भाजपा कार्यालय में भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं राष्ट्रीय मीडिया समन्वयक सिद्धार्थ नाथ सिंह ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया और इस वायरल वीडियो पर टिप्पणियां शुरू कर दी। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में उनके साथ भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता केदार गुप्ता और अनुराग अग्रवाल भी शामिल थे।

राजनीतिक सलाहकार का कहना –

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान CM बघेल के राजनीतिक सलाहकार विनोद वर्मा ने कहा कि बिना हिचक और बिना संकोच से सिद्धार्थ नाथ सिंह ने कह दिया कि शुभम सोनी ने जिस ‘वर्मा जी’ का नाम बार बार रिपीट किया वह और कोई नहीं बल्कि विनोद वर्मा ही है, यानी मैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि विनोद वर्मा का नाम लेने के बाद उन्होंने जिस तरह से विवरण दिए उसमें दुविधा नहीं है कि उन्होंने मेरा ही जिक्र किया था। इस कड़ी में वर्मा ने यह भी कहा कि मैंने प्रवक्ता गणों की ऐसे करतूतों को गम्भीरतापूर्वक लिया है। मेरे वकील की ओर से आठ नवंबर को सिद्धार्थ नाथ सिंह, केदार गुप्ता और अनुराग अग्रवाल को समन भेजा गया है. अगर सार्वजनिक रूप से वह अपने बयान के लिए खेद व्यक्त नहीं करते है और अपना बयान वापस नहीं लेते है तो मैं इन तीनों भाजपा प्रवक्ताओं के खिलाफ मानहानि का मुकदमा दायर करूंगा।

राज्य में महादेव एप की जांच शुरू

संवाददाता सम्मेलन में वर्मा ने कहा कि महादेव ऐप की जांच का काम छत्तीसगढ़ पुलिस ने शुरू कर दिया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अब तक ऐसे 72 मामले दर्ज किए गए हैं और ऐसे में 449 लोगों को गिरफ़्तार भी कर लिया गया है. महादेव ऐप की जांच के दौरान डेढ़ करोड़ से ज्यादा की संपत्ति और 16 करोड़ रुपए जब्त किए गए हैं. उन्होंने कहा कि ED ने छत्तीसगढ़ में दर्ज मामलों के आधार पर ही जांच शुरु की है।

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