Friday, November 22, 2024

Chhattisgarh Election: भूपेश बघेल ने कहा – NOTA का ऑप्शन खत्म कर दिया जाना चाहिए

रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा चुनाव की उल्टी गिनती शुरू है। ऐसे में शनिवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा हैं कि इस साल के चुनाव में NOTA का विकल्प को खत्म किया जाना चाहिए। NOTA (उपरोक्त में से कोई नहीं) का ऑप्शन इस चुनाव से ही इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन के ऑप्शन से हटा देना चाहिए। उन्होंने मीडिया रिपोर्टर से बातचीत के दौरान कहा कि EVM में NOTA का विकल्प होने से चुनावी परिणाम में दिक्कत देखने को मिलता रहा है। इस कड़ी में उन्होंने कहा कि जीत-हार के अंतर से ज्यादा वोट नोटा को मिलते आ रहा है। इस कारण इस चुनाव से NOTA का ऑप्शन EVM से हटा देना चाहिए।

पिछले चुनाव में नोटा का आंकड़ा

मीडिया ने जब CM बघेल से सवाल किया कि 2018 के विधानसभा चुनाव में नोटा को 2 लाख से ज्यादा वोट मिले थे, क्या इस कारण चुनाव में प्रभाव पड़ा? तो CM बघेल ने जवाब देते हुए कहा कि चुनाव आयोग को इस मुद्दे पर विचार करना चाहिए क्योंकि कई बार देखा जाता है कि दो प्रत्याशियों के बीच हार और जीत के अंतर में अधिक वोट NOTA को मिल जाता है।

नोटा को खत्म किया जाना चाहिए

CM भूपेश बघेल ने कहा कि वोटिंग के दौरान ऐसा होता है जैसे बहुत से लोग यह सोचकर नोटा बटन दबाते हैं इसलिए NOTA के विकल्प को बंद किया जाना चाहिए। इससे चुनावी परिणाम में उम्मीदवारों को अपने हक़ का वोट मिल सकता है।

NOTA का ब्यौरा

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद चुनाव आयोग ने सितंबर 2013 में EVM में प्रत्याशियों की लिस्ट के अंतिम में ऑप्शन के तौर पर नोटा का बटन जोड़ा था. 76.88 प्रतिशत मतदान छत्तीसगढ़ के 2018 के विधानसभा चुनाव में दर्ज किया गया था, इस दौरान कुल 1,85,88,520 वोटर्स में से 1,42,90,497 ने अपने वोटिंग का प्रयोग किया था. वहीं 2,82,738 मतदाताओं ने 2018 चुनाव में नोटा का विकल्प चुना था. लोकसभा 2019 के चुनाव में पांच संसदीय क्षेत्रों महासमुंद, बस्तर, सरगुजा, कांकेर समेत राजनांदगांव में NOTA तीसरे स्थान पर रहा. इस साल छत्तीसगढ़ में दो चरणों में वोटिंग होगी। पहली वोटिंग 7 नवंबर वहीं दूसरी वोटिंग 17 नवंबर को होगी और चुनावी परिणाम 3 दिसंबर को जारी किया जाएगा।

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