Friday, November 22, 2024

Chhattisgarh Election 2023: यहां कभी नहीं जीत पाई BJP, जानिए क्या है वजह

रायपुर। छत्तीसगढ़ में अगले महीने में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इसे लेकर भारत निर्वाचन आयोग ने तारीखों का ऐलान भी कर दिया है।

बीजेपी का नहीं खुला खाता

छत्तीसगढ़ में अगले महीने में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इसे लेकर प्रदेश में चुनावी बिगुल भी बज चुका है. आइए आज बात करते है उस संभाग के बारे में जहां पिछले 3 चुनाव में बीजेपी का खाता नहीं खुला. वह सरगुजा संभाग है. जहां पिछले तीन चुनावों में बीजेपी खाता नहीं खोल पाई है. आइए जानते है सरगुजा संभाग का राजनीतिक समीकरण के बारे. ऐसा माना जाता है कि सरगुजा संभाग कांग्रेस का मजबूत किला है. 6 जिलों वालें सरगुजा संभाग में कुल 14 विधानसभा सीटें हैं. संभाग के 6 जिलों में सरगुजा, कोरिया, रामानुजगंज- बलरामपुर, सूरजपुर, जशपुर, मनेंद्रगढ़ चिरमिरी भरतपुर शामिल हैं. इन जिलों की अधिकांश आबादी आदिवासी है. इन्हीं आदिवासी वोटर्स को लुभाने में कांग्रेस और बीजेपी दोनों लगे हुए हैं. दोनों ही आदिवासी हितैषी होने का दावा करते हुए वोट मांग रहे हैं।

14 सीटों पर कांग्रेस का कब्जा

अगर बात करे पिछले चुनाव यानी साल 2018 के विधानसभा चुनाव के बारे में. सरगुजा संभाग में टोटल 14 सीटें है और सभी 14 सीटों पर कांग्रेस का कब्जा है. यहीं से काग्रेस छत्तीसगढ़ की सत्ता की चाबी खुलती है. कांग्रेस को सरगजुा के बाद बस्तर से बड़ी जीत मिली थी और 15 साल का कांग्रेस का वनवास खत्म हुआ था. वहीं साल 2018 में सरगुजा में बीजेपी का सुपड़ा ही साफ हो गया था. कांग्रेस के दिग्गज नेता टीएस सिंहदेव की वजह से निर्णायक जीत मिली थी क्योंकि वहीं घोषण पत्र तैयार किए थे। संभाग की जनता उन्हें सीएम मानकर चल रही थी क्योंकि साल 2018 में प्रदेश में सीएम का कोई चेहरा घोषित नहीं था. संभाग में बाबा का वर्चस्व हार जीत तय करता है।

9 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित

छत्तीसगढ़ विधानसभा की 90 सीटों में सरगुजा संभाग की 14 सीटें काफी अहम मानी जाती है. यहां की 14 में से 9 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं. वहीं साल 2013 के विधानसभा चुनावों में 7 सीटों पर बीजेपी का कब्जा था और 7 सीटों पर कांग्रेस आसीन थी. कुल मिलाकर साल 2018 के चुनाव में बीजेपी को यहां काफी नुकसान उठाना पड़ा। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या बीजेपी इस बार इन 14 सीटों पर कब्जा कर पाएगी या नहीं. लेकिन इससे भी बड़ी बात यह है कि सताधारी कांग्रेस ये 14 सीटे बचा पाएगी या नहीं।

संभाग के 14 सीटें. . . .

अंबिकापुर, लुंड्रा, प्रतापपुर, सीतापुर, सामरी, रामानुजगंज, प्रेम नगर, भटगांव, बैकुंठपुर, भरतपुर-सोनहत, मनेंद्रगढ़, जशपुर, कुनकुरी, पत्थलगांव हैं।

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