रायपुर। कुछ ही महीने बाद छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव होने वाले है. इसे लेकर अभी से ही सभी राजनीतिक दल के नेता व कार्यकर्ता एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं. कांग्रेस में उम्मीदवारों की घोषणा को लेकर कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने बयान दिया है. उन्होंने कहा कि हमारे यहां टिकट बांटने का सिस्टम है. प्रदेश के कोई ऐसा विधानसभा क्षेत्र नहीं है जहां योग्य उम्मीदवारों की भरमार ना हो. सभी विधानसभा क्षेत्र में पार्टी के योग्य प्रत्याशी है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सर्वोत्तम उम्मीदवार का चयन करेंगे. केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के बाद प्रत्याशियों की घोषणा करेंगे।
बीजेपी के पास कोई मुद्दा नहीं- शुक्ला
सुशील आनंद शुक्ला ने टिकट बंटवारे के बाद भारतीय जनता पार्टी में मचे बवाल को लेकर कहा कि भाजपा ने पहली लिस्ट जारी थी तो बगावत शुरू हो गई थी. उसके बाद दूसरी वायरल लिस्ट में स्थिति बहुत ही घातक हो गई. चुनाव से पहले ही नेताओं के कॉलर पकड़े जा रहे हैं, उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष की तस्वीर पर कालिख पोती जा रही है. ये सभी कारनामें भाजपा का असली चरित्र को दर्शाता है. पार्टी के प्रत्याशियों की उपेक्षा करने का यह परिणाम है. धर्मांतरण को लेकर भाजपा द्वारा कांग्रेस को घेरने पर शुक्ला ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के पास कोई मुद्दा नहीं होता तो सांप्रदायिक कार्ड खेलती है. उन्होंने बिरनपुर और कवर्धा में कोशिश की थी, लेकिन इसे छत्तीसगढ़ के लोग पसंद नहीं करते हैं. ये ऐसे चीजों को उठाएंगे तो नुकसान किसी और को नहीं, बल्कि बीजेपी को ही होगा।
टिकट बंटने के बाद नेता करेंगे बगावत – सुशील
पूर्व सांसद रणविजय सिंह के पद छोड़ने की पेशकश पर सुशील आनंद ने कहा कि अभी तो यह शुरुआत है, इतना ही नहीं इसके आगे कहा कि विधानसभा चुनाव से पहले ही भाजपा के नेता व कार्यकर्ता घबराए हुए हैं. रणविजय सिंह जैसे भाजपा के सीनियर नेता विरोध में हैं, पूरी टिकट बंटने के बाद पार्टी के कई बड़े नेता बगावत करेंगे, करीब आधा दर्जन से अधिक विधायक टिकट का इंतजार कर रहे हैं. अब खबर यह भी है कि टिकट की घोषणा के बाद आधे विधायक भाजपा छोड़कर किसी अन्य पार्टी में शामिल हो जायेंगे।