रायपुर। महज कुछ ही वक्त बचा है. जिसके बाद भारत पूरी दुनिया के इतिहास के पन्नों पर नया इतिहास लिखने वाला है. आज शाम करीब 6 बजे चंद्रयान 3 की चांद पर लैंडिंग होगी। इसे लेकर देश के लोग मदिरों में पूजा-पाठ और प्रार्थना कर रहे हैं. चंद्रयान 3 की चंद्रमा पर सफल लैंडिंग को लेकर पूरा देश दुआ कर रहा है. 41 दिनों के सफर को तय करके चंद्रयान-3 इस मुकाम पर पहुंचा है. इसरो एजेंसी के माध्यम से इसी बीच लैंडिंग से पहले की शानदार तस्वीर सामने आयी है. चंद्रयान की लैंडिंग के सभी टेस्ट और मानक पूरे हो चुके हैं. इसरो की लैंडिंग टीम ने जटिल प्रक्रिया शुरू कर दी है. कुछ ही देर बाद चंद्रयान-3 चांद पर लैंड करने वाला है।
पूरी दुनिया में तिरंगा लहाएगा भारत
बता दें कि भारत का तीसरा चंद्र मिशन ‘चंद्रयान-3’ पूरी दुनिया के पन्नों में इतिहास रचने के बहुत ही करीब है. आज शाम यानी 23 अगस्त 6:04 बजे चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर चंद्रयान-3 के लैंडर विक्रम की सॉफ्ट लैंडिंग कराई जाएगी। विक्रम लैंडर से प्रज्ञान रोवर निकलकर चंद्रमा की सतह पर जानकारी हासिल करेगा। सबसे अहम बात यह कि इस चंद्रमा के इस हिस्से पर अभी तक कोई भी देश का मिशन पहुंचने में सफल नहीं हो पाया है. कुछ ही देर बाद भारत चांद के इस हिस्से पर चंद्रयान उतार कर विश्व में नया तिरंगा लहराएगा। इस वजह इस मूल्यवान समय में भारत के 140 करोंड़ आबादी के साथ पूरे देश का इस मिशन पर नजर टिकी हुई है।
कुछ दिन पहले रूस का लूना-25 हुआ क्रैश
यदि चंद्रयान-3 की चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफल सॉफ्ट लैंडिंग कर लेता है तो यह भारत को स्पेस पॉवर बनाएगी। साथ ही चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करने मामले में अमेरिका, रूस और चीन के बाद यह उपलब्धि हासिल करने वाला भारत दुनिया का चौथा देश बन जायेगा। सॉफ्ट लैंडिंग करने में अब महज कुछ ही घंटे बचा हुआ है। काउंटडाउन शुरू हो गया है और लोगों की नजर इस ओर टिक गयी है। इससे पहले रविवार को रूस का लूना-25 चांद के दक्षिण ध्रुव पर लैंडिंग से पहले ही क्रैश हो गया। भारत और रूस ही नहीं बल्कि दुनिया के अंतरिक्ष एजेंसियों की दिलचस्पी दक्षिणी ध्रुव में दिलचस्पी बनी हुई है। इसकी सबसे बड़ी वजह पानी होने की संभावना है।