रायपुर। ताजनगरी आगर में रेलवे स्टेशन पर दूषित भोजन खाने से तीर्थयात्रियों की मौत हो गई. बता दें, छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले के रहने वाले दो तीर्थयात्रियों की मौत हो गई हैं. जबकि 6 से अधिक लोग गंभीर रूप से बीमार हैं. यह घटना ट्रेन से यात्रा करने के दौरान दूषित खाना खानेे से हुई है।
20 से 25 यात्रियों के बिगड़े हालात
जानकारी के अनुसार कोटा-पटना एक्सप्रेस ट्रेन पटना से कोटा जा रही थी, यात्रा के दौरान लोगों ने भोजन किया। इसके बाद से ही करीब 20 से 25 यात्रियों को घबराहट, दस्त और उल्टी की शिकायत होने लगी. इस पर लोगों ने साथ लाई दवाएं सभी पीड़ितों को दीं. इससे कुछ लोगों को थोड़ी राहत मिली। लेकिन आगरा कैंट रेलवे स्टेशन से करीब 20 किलोमीटर पहले कुमारी बाई नेताम की हालत बिगड़ गई और उन्होंने कुछ ही देर बाद दम तोड़ दिया। इसके साथ ही 7 यात्री बेहोशी की हालत में हो गए।
ट्रेन में मची चीख-पुकार
मिली जानकारी के अनुसार यात्रियों के बिगड़ते हालात को देख मौजूद लोगों में चीख-पुकार मच गई. वहीं कुछ लोगों ने फोन के माध्यम से इसकी जानकारी कंट्रोल रूम को दी. जब आगरा कैंट रेलवे स्टेशन पर ट्रेन रूकी तब तक तीर्थयात्री रामा निषाद की मौत हो गई थी. जबकि बाकी 6 मरीजों को रेलवे अस्पताल और एसएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है. अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि 5 मरीजों की हालत बेहद नाजुक हैं. इसके अलावा अन्य यात्रियों को मथुरा के लिए रवाना कर दिया गया है।
तीर्थयात्रा पर निकले थे 90 लोग
आगरा कैंट स्ठेशन पर तैनात आपीएफ इंसपेक्टर शिशिर कुमार झा ने बताया कि यात्रियोंं से पूछताछ करने के बाद पता चला कि 90 लोगों का समूह छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले से तीर्थयात्रा के लिए करीब एक सप्ताह पहले यानी 14 अगस्त की रात को ट्रेन से रवाना हुआ था. ये सभी लोग ट्रेन के एस-1, एस-2 और एस-3 बोगी में सवार थे।
बनारस में दो दिन रूके थे तीर्थयात्री
लोगों के मुताबिक 16 अगस्त को ये सभी तीर्थयात्री बनारस पहुंचे और वहां दो दिन तक ठहरे। सभी लोगों ने बाबा काशी विश्वनाथ मंदिर समेत अन्य मंदिरों के दर्शन किए. इसके बाद 19 अगस्त को दोपहर में बनारस के किसी धर्मशाला में चावल और कद्दू की सब्जी का भोजन बनाया। लोगों ने भोजन को टिफिन में पैक करने के बाद शाम करीब 5 बजे मथुरा के लिए ट्रेन से रवाना हो गए. जब यात्रा के दौरान लोगों ने रात में भोजन किया, इसके बाद लोगों को बेचेनी होने लगी।