नई दिल्ली/ रायपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज संसद में मणिपुर की हिंसा पर कहा कि जब सबकुछ उग्रवादी संगठनों की इच्छा के अनुरूप होता था तब मणिपुर में किसकी सरकार थी? मणिपुर में किसकी सरकार थी जब सरकारी कार्यालयों में महात्मा गांधी की तस्वीर को अनुमति नहीं दी गई थी, मणिपुर में किसकी सरकार थी जब स्कूलों में राष्ट्रगान की अनुमति नहीं देने का निर्णय लिया गया था?।
भविष्य में शांति का सूरज जरूर उगेगा- PM
पीएम नरेंद्र मोदी ने आज संसद में मणिपुर की हिंसा पर कहा कि मणिपुर में जब कोर्ट का फैसला आया अब उसके पक्ष-विपक्ष में जो परिस्थितियां बनीं उसमें हिंसा का दौर शुरू हुआ. उन्होंने कहा कि वहां के महिलाओं के साथ जिस तरह से गंभीर अपराध हुए. यह अपराध अक्षम है. दोषियों को कड़ी से कड़ी सज़ा दिलाने के लिए केंद्र सरकार और राज्य सरकार कोशिश कर रही है. जिस तरह से प्रयास किया जा रहा है, आने वाले समय में यानी भविष्य में शांति का सूरज जरूर उगेगा।
आगे की ओर बढ़ रहा है भारत- पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि भारत के योगदान पर विश्व का भरोसा बढ़ता चला जा रहा है. उन्होंने कहा कि दुनिया में भारत की बिगड़ी हुई साख को मैनें संभाला है. उसे एक बार फिर से नई ऊंचाइयों पर ले गए हैं, अभी भी देश में कुछ हैं जो दुनिया में हमारी साख को दाग लगाने की कोशिश कर रहे है, लेकिन उन्हें पता होना चाहिए कि उनकी कोशिश से कुछ भी होने वाला नहीं है. क्योंकि दुनिया को अब अच्छी तरह से पता चल गया है, इसी वजह से भारत आज आगे बढ़ रहा है।
यह हमारे लिए फ्लोर टेस्ट नहीं है – PM
पीएम ने कहा कि भगवान बेहद दयालु हैं और वे किसी ना किसी माध्यम से अपनी इच्छा की पूर्ति करता है। मैं इसे भगवान का आशीर्वाद मानता हूं कि ईश्वर विपक्ष को सुझाया और वे प्रस्ताव लेकर आए. इसके आगे उन्होंने कहा कि मैंने साल 2018 में अविश्वास प्रस्ताव के दौरान कहा था कि यह हमारे लिए फ्लोर टेस्ट नहीं है बल्कि ये उनके लिए फ्लोर टेस्ट है. परिणामस्वरूप वे चुनाव हार गए।