रायपुर। महासमुंद जिले के सालडबरी गांव में एक परिवार पिछले करीब दस महीनों से सामाजिक बहिष्कार का दंश झेल रहा है. बता दें, परिवार के मुखिया की मौत पर किसी ग्रामीणों ने उसकी अंतिम संस्कार के लिए कंधा देने तक नहीं आया. ऐसी स्थिति में मृतक की बेटियों ने उनकी अर्थी उठाई और अपने पिता का अंतिम संस्कार किया. इसी बीच बेटियों द्वारा अंतिम संस्कार करने के दौरान किसी ने वीडियो बना ली. इसके बाद वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया. वीडियो वायरल होने के बाद अब पुलिस मामले की जांच कर रही है।
बात करने पर होगा जुर्माना
जानकारी के अनुसार महासमुंद जिले के बागबहरा थाना क्षेत्र के अंतर्गत सालडबरी गांव में यह परिवार पिछले लगभग एक वर्ष बहिष्कृत है. बताया जा रहा है कि उस गांव में इस परिवार को गांव के दुकान से कुछ भी खाने-पीने का सामान तक नहीं मिलता. बहिष्कार भी कुछ इस तरह का सामने आया है कि इस परिवार से गांव में रहने वाले लोग बात भी नहीं करते, इतना ही नहीं अगर कोई भी व्यक्ति इस परिवार के लोग से बात करता है तो उसके खिलाफ जुर्माना रखा गया है. इस वजह से गांव के लोग इस परिवार से किसी तरह का कोई बात-विचार या कोई काम भी नहीं देता है।
बेटियों ने किया पिता का अंतिम संस्कार
परिजनों के अनुसार ग्रामीणों ने छोटी-मोटी विवाद के बाद पूरे परिवार को बहिष्कृत कर दिया. ऐसे स्थिति में इन्हें घऱ के राशन या अन्य जरूरी सामानों के लिए गांव से बाहर जाना पड़ता है. बताया जा रहा है कि परिवार के मुखिया हिरण साहू की मौत होने पर भी गांव के लोग कंधा देने नहीं आए और ना हीं कोई अंतिम संस्कार में शामिल हुआ. शादी के बाद ससुराल जा चुकी बेटियां ने अपने पिता की मौत की सूचना पर गांव पहुंची और पिता को कंधा दिया, तब अंतिम संस्कार हुआ. जिसका वीडियो वायरल हो रहा है. वायरल वीडियो 24 जुलाई का बताया जा रहा है. जब परिवार के मुखिया हिरण साहू की तबीयत खराब होने से मौत हो गयी थी. परिवार के लोगो ने गांव के लोगों को मौत की सूचना दी लेकिन उनके घर कोई नहीं आया. अब पुलिस मामले की जांच कर रही है।
शादी के दिन मंदिर में किया ताला बंद
मृतक हिरण साहू की पत्नी बीना बाई ने बताया कि एक दिन की बात है, जब एक लड़के को गांव के लोग मार रहे थे तो उन्होंने बीच-बचाव करने की कोशिश की थी. इसके बाद गांव के लोगों ने बैठक की, जहां उन्हें बुलाया गया और बिना किसी वजह के उनसे मारपीट भी की गई. उन्होंने बताया, “मुझे मारा गया और गांव के नियम को तोड़ रहे हो कहकर हमारे परिवार को बहिष्कृत किया गया.” बीना बाई ने कहा, “अभी कुछ महीने पहले बेटी की शादी में गांव के लोगों ने मंदिर में भी ताला बंद कर दिया. इतना ही नहीं ग्रामीणों ने बारात मे आए बारातियों को मारने का भी प्लान तैयार किया था.”