रायपुर। छत्तीसगढ़ में आज से प्रदेश के 45 हजार संविदा कर्मियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान कर दिया है. बता दें, यह कर्मचारी काफी लंबे वक्त से नियमितीकरण की मांग कर रहे हैं. इस मांग को लेकर कुछ दिन पहले जिलाधिकारी और विधायक को ज्ञापन सौंपा भी गया था. इसके साथ ही पूरे प्रदेश में कर्मचारियों ने रथ यात्रा भी निकाली थी।
अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान
जानकारी के अनुसार कर्माचारियों द्वारा विधायक और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपने के बाद शासन से कोई कदम नहीं उठाने पर अब संविदा कर्मियो ने हड़ताल करने का ऐलान कर दिया है. प्रदेश के 45 हजार संविदा कर्मी आज से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जा रहे हैं. कर्मचारियों का कहना है कि राज्य सरकार ने जन घोषणापत्र में वादा किया था, फिर भी साढ़े चार साल बीत जाने के बाद भी पूरा नहीं किया गया है। इसे लेकर संविदा कर्मियो ने बीजापुर में अपर जिलाधिकारी को कुछ दिन पहले ज्ञापन सौंपा है. बताया जा रहा है कि 90 विधायकों को ज्ञापन सौंपने के बाद भी कोई बात नहीं बनी तो अब संविदा कर्मियों को अनिश्चितकालीन आंदोलन करना पड़ रहा है. कर्मचारियों ने इससे पहले 3000 किलोमीटर की रथयात्रा निकाली थी. साथ ही प्रदेश के सभी जिलों के जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा था।
नियमितिकरण का वादा किया था- कौशलेश तिवारी
प्रांत अध्यक्ष कौशलेश तिवारी ने कहा कि सरकार ने संविदा कर्मचारियों से 2018 के विधानसभा चुनाव के जनघोषणा पत्र के बिंदु संख्या-11 में नियमितिकरण का वादा किया था. सरकार के चार साल से अधिक होने के बाद भी पूरा नहीं किया, उन्होंने कहा यह तो गैर लोकतांत्रिक है. इसके बाद महासंघ के प्रांतीय कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सिन्हा और अशोक कुर्रे ने बताया कि कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेता विधानसभा में या अन्य मीडिया के जरिए नियमितीकरण की अपनी बात तो कहते हैं. लेकिन आज तक किसी ने भी इस पर ठोस अमल नहीं किया. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि संविदा कर्मी की भीड़ अब अगामी विधानसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ में किस दल की सरकार बनेगी, यह आने वाला समय तय करेगा।
इन विभागों में रहेगा कामकाज प्रभावित
बता दें, मनरेगा, कृषि, शिक्षा स्वास्थ्य, पंचायत, महिला एवं बाल विकास विभाग और प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना जैसे विभाग के कर्मचारी आंदोलन में शामिल हैं. जिस वजह से इन डिपार्टमेंट में कामकाज प्रभावित होगा।