रायपुर। प्रभास और कृति सेनन स्टारर फिल्म ‘आदिपुरुष’ के निर्देशक को छत्तीसगढ़ में जोरदार झटका लग सकता है. बता दें कि हिन्दू संंगठन के पदाधिकारियों ने प्रदेश के सभी सिनेमाघरों के डायरेक्टरों से निवेदन किया है कि इस मूवी को दिखाना तुरंत बंद करें, इसके साथ उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर ऐसा नहीं होता है तो चुनौती के रूप में लेकर बजरंग दल बड़ा आंदोलन करेगा।
आदिपुरुष को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी
जानकारी के अनुसार रामायण की तर्ज पर बनी फिल्म आदिपुरुष को लेकर पूरे प्रदेश में जगह-जगह विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया है, सिनेमाघरों में लगे फिल्म को बंद कराने को लेकर प्रदेश के लोगों ने जमकर विरोध किया है. इसके साथ ही आक्रोशित लोगों ने फिल्म निर्माता के खिलाफ हिंदू देवी देवताओं के अपमान को लेकर एफआईआर (FIR) दर्ज करने की मांग की है. हिन्दू संंगठन के पदाधिकारियों ने आदिपुरुष फिल्म को बंद करने को लेकर प्रदेश के सभी सिनेमाघरों के डायरेक्टरों से निवेदन किया है. इसके साथ उन्होंने चेतावनी दी है कि कि अगर ऐसा नहीं होता है तो चुनौती के रूप में लेकर बजरंग दल बड़ा आंदोलन करेगा।
हिन्दू देवी-देवताओं का किया गया अपमान
बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद ने मूवी आदिपुरुष पर बैन लगाने की मांग की है. हिंदू संगठनों के नेताओं ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम हमारे आस्था का केंद्र हैं. उन्होंने कहा कि आदिपुरूष फिल्म में हिन्दू देवी देवताओं का अपमान किया गया है, हिन्दू देव को अपमानित करने के लिए यह फिल्म रामायण के आधार पर बनाई गई है. उन्होंने कहा कि हिन्दुओं की आस्था को ठेस पहुँचाने के लक्ष्य से फिल्म ‘आदिपुरुष’ को बनाया गया है. साथ ही उन्होंने बताया कि फिल्म के जरिए मर्यादा पुरषोत्तम प्रभु श्री राम, लक्ष्मण जी, माता सीता, भगवान बजरंगबली को सीधे- सीधे अपमानित किया गया है. इसके आगे उन्होंने कहा कि धार्मिक आस्था के साथ खिलवाड़ किया गया है. फिल्म के निर्देशक, लेखक, निर्माता और कलाकार समेत पूरी टीम के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया जाए।
आस्था को ठेस पहुंचाने के लिए किया मूवी का निर्माण
वीएचपी के कार्यकारी अध्यक्ष दीपक सोनी, बजरंग दल के जिला संयोजक दीपक सिंह, प्रांत उपाध्यक्ष ललित मखीजा और सहसंयोजक अंकुश सिंह ने कहा कि आदिपुरुष मूवी रामायण पर आधारित बनाया गया है. रामायण हमारा महाकाव्य है, जिस पर पूरे हिन्दू समाज की आस्था है. उन्होंने कहा कि हमारी आस्था को ठेस पहुंचाने के लिए इस मूवी के बनाया गया है। इस फ़िल्म में ऐसे कई संवाद प्रयोग किए गए है, जिससे पूरे भारत के हिन्दू समाज की भावनाएं आहत हो रही हैं।