रायपुर। छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव इस साल के अंत में होने वाला है. कुल मिलाकर चुनाव होने में छह महीने से भी कम समय बचा है. इसे लेकर अभी से ही सभी राजनीति दल छत्तीसगढ़ में दौरे के माध्यम से जनता तक पहुंच रहे हैं।
बीजेपी के गढ़ में कांग्रेस का कब्जा
जानकारी के मुताबिक विधानसभा चुनाव को देखते हुए छत्तीसगढ़ में अभी से राजनीति गरमा गई है. पक्ष- विपक्ष में एक-दूसरे पर आरोप लगाने का सिलसिला जारी है. बताया जा रहा है कि प्रदेश का बालोद जिला राजनीतिक तौर पर बीजेपी का गढ़ है. लेकिन वहां पर कांग्रेस का अहम भूमिका रही है. साल 2013 में जब भाजपा की सरकार बनी थी, उस समय भी बालोद में एक भी सीट नहीं हासिल कर पाई थी. जबकि बीजेपी की गढ़ होते हुए भी कांग्रेस ने तीन सीटों पर कब्जा किया था।
एक बार फिर भरोसा करेगी कांग्रेस
बताया जा रहा है कि उस समय की भांति इस साल भी कांग्रेस वहां का तीनों सीटों पर जीत हासिल करने की रणनीति तैयार कर रही है. ऐसे में इस बार कांग्रेस पार्टी जहां अपनी योजनाओं के भरोसे हैट्रिक लगाने की तैयारी में जुटी है. वहीं बीजेपी नए चेहरों पर दांव लगा सकती है. हालांकि गौरतलब कि बात यह है कि कांग्रेस 2018 की तरह अपने जीते चेहरों पर एक बार फिर भरोसा करेगी।