रायपुर। छत्तीसगढ़ में बुधवार को एक बार फिर माओवादियों बड़े हमले के फिराक में थे. हालांकि घटना को अंजाम देने से पहले ही सुरक्षाबलों ने इसे असफल कर दिया. बताया जा रहा है कि पुलिस की टीम ने 50 किलोग्राम IED बरामद किया है. सड़क किनारे लगभग 05 फीट गड्ढा खोदकरआईडी लगाया गया था. पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सीरीज में जुड़े इन IED में अगर विस्फोट होता तो बड़ी हानि हो सकता था. पिछले महीने 26 अप्रैल को दंतेवाड़ा के अरनपुर में नक्सलियों ने आईडी ब्लास्ट कर बड़े हमले को अंजाम दिया था. उस समय भी घटना में 50 किलो आईईडी प्रयोग किया गया था. बता दें हमले में 10 डीआरजी के जवान शहीद हो गए थे।
02 प्लास्टिक कंटेनर में आईईडी विस्फोटक
जानकारी के अनुसार आवापल्ली थाना से बुधवार को केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल-168 और 222वीं बटालियन के जवान नक्सलियों के खिलाफ सर्च अभियान पर निकले थे. बताया जा रहा है कि सर्चिंग के दौरान आवापल्ली-बासागुड़ा सड़क पर दुर्गा मंदिर के पास सुरक्षाकर्मियों ने IED बरामद किया. नक्सलियों ने बीच सड़क पर 05 फीट गहराई और 08 फीट लंबाई-चौड़ाई में फॉक्स होल बनाकर तैयार था. जिसमे 02 प्लास्टिक कंटेनर में आईईडी विस्फोटक सीरीज से लगाकर नक्सली किसी बड़े हमले की साजिश कर रहे थे. कंटेनर में 25-25 किलो विस्फोटक पदार्थ लगाए गए थे. वहीं सुरक्षाबलों ने अभियान के दौरान इसे पकड़ कर नाकाम कर दिया। बीडीएस (BDS) की टीम ने इसे निष्क्रीय कर दिया।
5 नक्सली बीजापुर के निवासी थे
मिली जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ़-तेलंगाना सीमा पर एक दिन पहले ही मंगलवार को सुरक्षाकर्मियों ने दस नक्सलियों को गिरफ्तार किया था. इनके पास से ट्रैक्टर की ट्रॉली में भरे विस्फोटक पदार्थ बरामद किया गया है. बताया जा रहा है कि इतनी भारी मात्रा में विस्फोटक वाहन में लादकर बड़े नक्सली लीडरों के पास पहुंचाया जा रहा था. ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि छत्तीसगढ़ या फिर तेलंगाना में हमले को अंजाम देने के लिए इस विस्फोटक का इस्तेमाल किया जाना था. लेकिन जवानों ने बड़े नक्सली हमले की तैयारी को नाकाम कर दिया, पकड़े गए माओवादियों में 05 बीजापुर के निवासी थे।