रायपुर। रविवार को सीएम रायपुर में स्थित प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय पहुंचे थे. इसके बाद उन्होंने नशा मुक्त छत्तीसगढ़ अभियान का शुभारंभ किया। साथ ही उन्होंने कहा कि नशा हर मामले में नुकसान पहुंचाता है, शराब कभी फायदेमंद नहीं हो सकता होता है. ये मनुष्य के शरीर के लिए और व्यक्तित्व दोनों के लिए हानि ही पहुंचाता है. मनुष्य के बाल्य अवस्था में या युवा अवस्था में नशे की शुरुआत होती है. किशोर अवस्था में लोग बड़े शौक से शराब का सेवन करते हैं।
एक भी महिला हाथ नहीं उठाती
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि यदि प्रदेश में नशाबंदी की बात की जाए तो इसके लिए सबसे पहले महिलाएं तुरंत तैयार हो जाती हैं. जिससे पता चलता है कि नशा केवल पुरुष ही करते हैं. इसके आगे उन्होंने कहा कि जब मैं किसी कार्यक्रम के दौरान सभाओं में शराबबंदी की चर्चा पर करता हूं तो प्रदेश की महिलाएं पहले हाथ उठाती हैं, लेकिन जब मैं गुड़ाखू पर रोक लगाने के लिए बात कहता हूं तो एक भी महिला हाथ नहीं उठाती।
समस्या का समाधान हो सकता है क्या?
सीएम भूपेेश ने कहा कि प्रदेश में महिलाएं गुडाखू का सेवन सबसे अधिक करती हैं. इसी दौरान उन्होंने कहा कि मैं प्रदेश के मुखिया होने के नाते तत्काल शराबबंदी करने का आदेश दे सकता हूं. इसके बाद उन्होंने प्रदेशवासियों से पूछा, क्या इससे समस्या का समाधान हो सकता है?