रायपुर। दंतेवाड़ा में कुछ दिन पहले हुए नक्सली हमले का बड़ा खुलासा हुआ है. बता दें कि इस हमले के सात गुनहगारों को पुलिस ने धर दबोचा है. दंतेवाड़ा में DRG के सुरक्षाबलों पर हुए हमले का कनेक्शन पकड़े गए आरोपियों से था. पुलिस ने बताया कि पकड़े गए गुनाहगारों में तीन नाबालिग हैं. पुलिस ने चारों नक्सलियों को न्यायालय मे पेश कर जेल भेज दिया है. जबकि बाल सुधार गृह में तीनों नाबालिग को भेज दिया है. पुलिस अब तथ्य जुटाने के उद्देशय से चारों आरोपियों को रिमांड पर लेकर हमले के बारे में पूछताछ करेगी। बीते 26 अप्रैल को अरनपुर में नक्सली हमले में वाहन चालक समेत DRG के 1ा जवान मारे गए थे।
सड़क के किनारे बनाया सुरंग
बता दें कि पुलिस बलों को नुकसान पहुंचाने के लिए नक्सलियों ने आईईडी (IED) प्लांट करने के लिए सड़क के किनारे से ही सुरंग बनाया था. बताया जा रहा है कि पुलिस को किसी तरह का कोई संदेह ना हो इसलिए रास्ता को कहीं भी नहीं काटा था. घटना को अंजाम देने के लिए लगभग 04 फीट व्यास वाली सुरंग तैयार किया था. नक्सली लीडरों ने जवानों को गुमराह कर हमले में फंसाने के लिए बड़ा षडयंत्र रचा था. जिन नक्सलियों के खिलाफ पुलिस ने शिकायत दर्ज की है. वो सभी दक्षिण बस्तर में काफी लंबे समय से एक्टिव हैं. इतना ही नहीं ये सभी कई बड़ी घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं।
दंतेवाड़ा हमले मे शहीद
हेड कॉन्सटेबल जोगा सोढी, जगदीश कवासी, संतोष तामो, नव आरक्षक दुल्गो मण्डावी, लखमू मरकाम, जोगा कवासी, हरिराम मण्डावी, जयराम पोड़ियाम, गोपनीय सैनिक राजू राम करटम और मुन्ना राम कड़ती शहीद हुए थे. इनके साथ ही निजी वाहन के ड्राइवर धनीराम यादव की भी मौत हुई थी।