छत्तीसगढ़ के कई जिलों में बीते दिनों ओलावृष्टि हुई है। इसके अलावा बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी वाली हवा की वजह से प्रदेश के कई इलाकों में बारिश हो रही है। इस वजह से पिछले 2 दिनों से मौसम ठंडा है।
गौरेला-पेंड्रा-मरवाही जिले में आयोजित एक कार्यक्रम में विधानसभा अध्यक्ष चरणदास महंत को भी बारिश की वजह से कठिनाई का सामना करना पड़ा और ओले से बचने के लिए छतरी का सहारा लेना पड़ा। ओले और बारिश की वजह से फसलों को भी नुकसान हुआ है।
बारिश और आंधी की संभावना
प्रदेश भर में आज सुबह से धूप खिली हुई है लेकिन देर शाम तक मौसम में बदलाव की संभावना जताई जा रही है। सभी जिलों में हल्की बारिश और आंधी की संभावना है। मौसम विशेषज्ञ एचपी चंद्रा ने बताया कि बस्तर संभाग के कुछ जिलों में और कबीरधाम जिले के आसपास के इलाकों में आज ओले गिरने की आशंका है। जिलों में ओलावृष्टि से सावधान रहने की सलाह दी जा रही है। वही कुछ इलाकों में गाज गिरने की भी आशंका है।
तापमान सामान्य से 5 डिग्री कम
तेज हवा और बादल से मौसम ठंडा है इसलिए कई जिलों में तापमान 5 डिग्री तक कम हो गया है। कल से तापमान बढ़ने की संभावना जताई जा रही है लेकिन आज शाम को अंधी और बारिश की वजह से तापमान में गिरावट आएगी। प्रदेश में सबसे गर्म दुर्ग जिला रहा जहां तापमान 38.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।