रायपुर। अंबिकापुर में एक नाबालिग दुष्कर्म पीड़िता ने जख्मी होकर फांसी लगा ली. सोमवार को अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान छात्रा की मौत हो गई. बता दें कि आठ दिन पहले यानी 09 अप्रैल को गांव के ही 35 वर्षीय युवक ने नाबालिग के साथ दुष्कर्म किया था. इस घटना के बाद लड़की शांत रहने लगी थी. अपने साथ हुई घटना के बारे 15 अप्रैल परिजनों को बताई। इसके बाद नाबालिग ने आत्महत्या करने की कोशिश की. वह अपने घर में ही फांसी का फंदा लगाकर लटक गई. इसी दौरान घर के लोगों ने उसे गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज में एडमिट कराया था. नाबालिग के घरवालों का आरोप है कि रामानुजनगर थाना में शिकायत की थी लेकिन पुलिस ने किसी प्रकार का कोई भी कार्रवाई नहीं की है।
छात्रा को सोता देख किया दुष्कर्म
मिली जानकारी के अनुसार सूरजपुर जिले के रामानुजनगर थाना क्षेत्र अंतगर्त एक नाबालिग अपने घर में 09 अप्रैल की रात सो रही थी. करीब रात साढ़े दस बजे किशोरी गहरी नींद में सोई हुई थी. गांव के ही एक युवक ने उसके घर में घुस गया और किशोरी को सोता देखकर उसके साथ दुष्कर्म किया. घटना के बाद नाबालिग के छोटे भाई ने युवक को भागते हुए देख लिया. अगले दिन 10 अप्रैल को परिजनों ने घटना की शिकायत रामानुजनगर पुलिस से की, लेकिन पुलिस ने किसी प्रकार का कार्रवाई आरोपी के खिलाफ नहीं की. बताया जा रहा है कि घटना के बाद चौदह वर्षीय छात्रा शांत रहने लगी. उसने तीन-चार दिनों के बाद किसी से बातचीत भी करना बंद कर दी. इसके साथ ही वह खाना-पीना भी नहीं के बराबर खाने लगी. आत्महत्या करने के लिए 15 अप्रैल की सुबह लगभग सात बजे घर में फांसी लगा ली।
नाबालिग ने तोड़ा दम
मिली जानकारी के अनुसार नाबालिग के फांसी लगाने के कुछ देर बाद ही उसे घरवालों ने देख लिया. इसके बाद उसे फांसी के फंदे से नीचे उतारा। फिर उसे रामानुजनगर अस्पताल लेकर पहुंचे. जहां डॉक्टरों ने कुछ देर इलाज करने के बाद उसे सूरजपुर हॉस्पिटल रेफर कर दिया. जहां सूरजपुर से रेफर के बाद उसे अंबिकापुर मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया. पीड़िता दो दिन तक जीवन और मौत की जंग लड़ती रही, लेकिन सोमवार को नाबालिग ने दम तोड़ दिया।