रायपुर। गुरुवार को केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग एवं जलशक्ति राज्यमंत्री प्रहलाद पटेल रायपुर पहुंचे. उन्होंने कलेक्ट्रेट कार्यालय में अधिकारियों के साथ जल जीवन मिशन की समीक्षा बैठक की. वहीं बैठक में अधिकारियों ने प्रदेश में रुके कार्यों को जल्द से जल्द पुरा करने की बात कहने लगे. तभी मंत्री प्रहलाद ने अफसरों से पूछा कि जो काम पिछले तीन सालों में नहीं हुआ, तो वह काम अब कुछ महीनों में कैसे होगा? इसके बाद उन्होंने कहा कि 10 टेंडर में से 9 टेंडर तो अस्वीकार (Reject) हो गए है. मंत्री ने कहा कि इस साल केंद्र जल जीवन मिशन पर 70 हजार करोड़ रुपये खर्च करेगा. इसके बाद मंत्री ने मार्च 2024 तक अधिकारियों को इस योजना को पूरा करने को कहा है।
जल जीवन मिशन के काम
मंत्री प्रहलाद पटेल ने मीडिया से खास बातचीत के दौरान बताया कि जल जीवन मिशन के काम में छत्तीसगढ़ बहुत पीछे है. उन्होंने कहा कि अभी तक मल्टीब्रिज स्किम में टेंडर में काम नहीं हो पाया है. अगर अब हर घर में जल नहीं पहुंच पाएगा तो इसकी जिम्मेदारी छत्तीसगढ़ सरकार को लेनी होगी। इसके बाद उन्होंने कहा कि मैंने खुद अधिकारियों से पूछा कि भारत सरकार का सहयोग है या नहीं, तो उन्होंने कहा कि भरपूर मदद मिल रहा है. मंत्री जल जीवन मिशन को लेकर प्रदेश में ठप पड़े काम पर नाराज भी हुए ।
कोई समझौता नहीं करेगी केंद्र
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जिस रफ्तार से प्रदेश में काम हाे रहा है. अगर प्रत्येक व्यक्ति तक सुविधा नहीं पहुंची तो इसका जिम्मेदार कांग्रेस होगी। आज छत्तीसगढ़ 42.7 प्रतिशत पर है जो कि नेशनल के 60 प्रतिशत के औसत से कम है. अगर देखा जाए अन्य राज्यों में तो सौ प्रतिशत सफलता मिला है. जैसे तेलंगाना,अंडमान, गोवा और पांडिचेरी के नाम शामिल है. बिहार और उत्तराखंड में 90 प्रतिशत काम पूरे हो चुके हैं. इसके बाद मंत्री पटेल ने कहा कि यहां दो सालों से कामों में धीमी रफ्तार होने के कारण ही आज समस्या बना हुआ है. मंत्री ने कहा कि क्वालिटी (quality) के मामले में केंद्र सरकार कुछ नहीं सुनेगी और ना ही कोई समझौता करेगी।
लोगों पर भरोसा नहीं रहा
प्रियंका गांधी के बस्तर दौरे को लेकर मंत्री प्रहलाद पटेल ने चुटकी भी ली. उन्होंने कहा कि मैंने बस्तर में प्रियंका गांधी ने क्या कहा ये ताे नहीं सुना और ना ही देखा, मगर न्यूज पेपर में देखा कि कार्यक्रम का नाम भरोसे का सम्मेलन बताया गया है। लगता है अब लोगों पर भरोसा नहीं रहा इसलिए सम्मेलन करना पड़ रहा है।
नियुक्ति पत्र दिए गए
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सुबह वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की. वहीं कॉन्फ्रेंसिंग माध्यम से करीब 71,000 नवनियुक्त सरकारी कर्मियों को नियुक्ति पत्र दिए गए. दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के अंतर्गत रायपुर के WRS कॉलोनी के सामुदायिक भवन में कार्यक्रम को आयोजित की गई. इस कार्यक्रम में मंत्री प्रहलाद पटेल भी मौजूद रहे. यहां दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के 212 नवनियुक्त कर्मियों को प्रत्यक्ष रूप से नियुक्ति पत्र दिए गए. इसके साथ ही 214 नवनियुक्त कर्मियों को वर्चुअल माध्यम से नियुक्ति पत्र दिए गए. कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ विधान सभा के पूर्व अध्यक्ष प्रेम प्रकाश पाण्डेय, मंडल रेल प्रबंधक रायपुर संजीव कुमार और लोकसभा क्षेत्र के सांसद सुनील सोनी उपस्थित थे ।