रायपुर। छत्तीसगढ़ के शहर अंबिकापुर स्वच्छता की पाठशाला बन गया है. बुधवार को पांच राज्यों मणिपुर, मिजोरम, नागालैंड, असम और उत्तराखंड की टीमें स्वच्छता प्रबंधन के गुण सीखने के लिए पहुंची हैं. पहले दिन यहां का SLRM मॉडल टीम में शामिल अफसरों ने देखा और गौठानों की जानकारी ली. उन्हें एसएलआरएम मॉडल की बारीकियों की जानकारी महापौर और आयुक्त ने दी. टीमें कल यानी गुरुवार को भी यहीं रहेंगी और स्वच्छता मॉडल को समझने का कोशिश करेंगी. दरअसल, पूरे देशभर में स्वच्छता उत्सव के आधार पर स्वच्छता यात्रा भी निकाली जा रही है।
यात्रा की शुरुआत बुधवार से
जानकारी के अनुसार, इस यात्रा की शुरुआत बुधवार से हो गई है. इसके आधार पर राज्यों में चल रहे स्वच्छता प्रबंधन के कार्यों को दूसरे राज्यों के अधिकारी व समूहों के सदस्य सीख रहे हैं. इस कार्यक्रम की मेजबानी नगर निगम अंबिकापुर छत्तीसगढ़ की तरफ से कर रहा है. देश में 10 लाख से कम आबादी वाले शहरों में प्रथम स्थान पर स्वच्छता में अंबिकापुर रहा है. पहले चरण की यात्रा 22 और 23 मार्च व दूसरे चरण की यात्रा 26 और 27 मार्च को निकलेगी. अंबिकापुर के एसएलआरएम सेंटरों व गौठानों का भ्रमण स्वच्छता यात्रा के आधार पर पांच राज्यों के 50 सदस्यीय दल को कराया गया है.
अंबिकापुर मॉडल की सराहना
इस स्वच्छता दूत की कार्यशाला में महापौर डॉ. अजय तिर्की व आयुक्त प्रतिष्ठा ममगाई ने एसएलआरएम मॉडल की विस्तार रूप से जानकारी दी है. टीम में आए सदस्यों ने अंबिकापुर मॉडल की सराहना की और अपने क्षेत्र में लागू करने की बात भी बताया है. उन्होंने उनके क्षेत्र में चल रहे कार्यों की भी जानकारी दी. इस दौरान राज्य कार्यालय से डॉक्टर नितेश शर्मा, शिखा सिंह सहित अन्य अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे. वहीं दूसरे चरण में केरल उत्तरप्रदेश, ओडिशा, पश्चिम बंगाल, सहित पांच राज्यों की टीम अंबिकापुर पहुंचेगी।