दुर्ग. छत्तीसगढ़ पुलिस के खिलाफ अपहरण का मुक़दमा दर्ज होने की खबर सामने आई है। यह मुकदमा उत्तर प्रदेश के सूरजपुर पुलिस ने दुर्ग पुलिस पर दर्ज किया है। बता दें कि हाल ही में उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा स्थित एलिस्टोनिया अपार्टमेंट में महादेव ऑनलाइन सट्टे का संचालन किया जा रहा है, जहां दुर्ग पुलिस ने अपार्टमेंट के 9वीं मंजिल के फ्लैट पर पहुंच कर नौ सट्टेबाजों को गिरफ्तार किये थे। इसी गिरफ्तारी को लेकर दो राज्यों के प्रशासन के बीच टकराव की स्थिति बनने की नौबत आ गई हैं। दरअसल उत्तर प्रदेश के सूरजपुर पुलिस ने दुर्ग पुलिस पर अपहरण का मामला दर्ज किया है। इस मामले में सूरजपुर पुलिस ने धारा 365 के तहत बिना जानकारी के एक्शन करने को लेकर दुर्ग पुलिस पर केस दर्ज किया है।
सट्टेबाजों का छत्तीसगढ़ कनेक्शन
दुर्ग एसपी डॉ. अभिषेक पल्लव के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ पुलिस ने यूपी के ग्रेटर नोएडा से जिन 9 सट्टेबाजों को पकड़ा था। मिली जानकारी के अनुसार उनमें से 6 छत्तीसगढ़ तथा 3 मध्यप्रदेश के सट्टेबाज़ है। अनमोल वर्मा (18) भिलाई, कृतिक सिंह (22) खुर्सीपार, आलोक टंडन (27) भिलाई, संदीप राय (32) भिलाई, किशन कुमार ( 20) कोरबा, विक्रम संधू (33) भिलाई छत्तीसगढ़ के हैं।वहीं शेष तीन मध्यप्रदेश कटनी के शुभम मीरचंदानी पिता सुरेश कुमार (21), निखिल मोटवानी पिता शंकर लाल (18) तथा रीवा (बैकुण्ठपुर) का राकेश सिंह (18) पिता सुरेश सिंह भी शामिल हैं। ये सभी लोग ग्रेटर नोएडा से देश के साथ-साथ विदेशों में सट्टेबाज़ी का धंधा कर रहे थे। दुर्ग एसपी डॉ. अभिषेक के अनुसार सट्टेबाजों से पूछताछ के दौरान अंतरराष्ट्रीय स्तर के गिरोह के बारे में भी पता चला था,साथ ही इनके अलग-अलग 5 बैंक अकाउंट में जमा लगभग 5 लाख रुपए होल्ड करवा दिये गए थे। इसे छत्तीसगढ़ पुलिस की बड़ी कामयाबी मानी जा रही थी। लेकिन अब यहीं केस राज्य पुलिस के लिए बड़ी मुसीबत बनती जा रही है
दुर्ग एसपी ने जारी किया बयान
उत्तर प्रदेश पुलिस के दर्ज अपहरण मामले में दुर्ग एसपी डॉ अभिषेक पल्लव ने बयान दिया है, पुलिस ने कानून के अनुसार एक्शन की है। उत्तर पुलिस से जो भी नोटिस मिलेगा उसका तथ्यों के साथ जवाब दिया जाएगा।